योगी का कारगिल पर बड़ा बयान- अमेरिका ने दबाव बनाया, लेकिन भारत ने दिखाया जज़्बा

देश इस वर्ष 26वां कारगिल विजय दिवस मना रहा है। 1999 में भारत और पाकिस्तान के बीच 85 दिन चले संघर्ष में भारतीय सेना ने अदम्य साहस दिखाते हुए कारगिल की ऊंची चोटियों से दुश्मन को पीछे हटने पर मजबूर कर दिया था। इस मौके पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में आयोजित एक कार्यक्रम में शहीद जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके बलिदान को याद किया।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि भारत माता के वीर सपूतों ने जब भी देश की अखंडता और सम्मान पर आंच आने की स्थिति बनी, तब अपने प्राणों की आहुति देकर राष्ट्र की रक्षा की। कारगिल युद्ध में भी भारतीय सैनिकों ने अद्भुत शौर्य का प्रदर्शन करते हुए दुश्मन को करारा जवाब दिया।

“कारगिल युद्ध पाकिस्तान की साजिश थी”

मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि कारगिल युद्ध पाकिस्तान द्वारा थोपा गया था। मई 1999 में स्थानीय चरवाहों की सतर्कता से घुसपैठ की सूचना सेना को मिली। इसके बाद जब पाकिस्तान ने चेतावनियों को नजरअंदाज करते हुए हमला तेज किया, तब तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में ‘ऑपरेशन विजय’ की शुरुआत हुई।

“भारत दबाव में नहीं झुकता”

सीएम योगी ने आगे बताया कि जब भारत ने निर्णायक कार्रवाई शुरू की, तब पाकिस्तान के तत्कालीन राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ ने अमेरिका का रुख किया और अंतरराष्ट्रीय दबाव बनाने की कोशिश की, लेकिन भारत टस से मस नहीं हुआ। वाजपेयी सरकार ने स्पष्ट कर दिया कि जब तक अंतिम घुसपैठिया भारतीय सीमा में रहेगा, तब तक कार्रवाई जारी रहेगी—चाहे कोई भी दबाव क्यों न आए।

उन्होंने कहा कि भारतीय सेना ने विषम परिस्थितियों और भीषण सर्द मौसम में भी अद्वितीय साहस दिखाते हुए दुश्मन को पीछे हटने पर मजबूर कर दिया। अंत में पाकिस्तान को आत्मसमर्पण करना पड़ा।

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