पूर्वी कांगो एक बार फिर आतंकवाद की चपेट में आ गया है। स्थानीय नागरिक नेताओं के अनुसार, इस्लामिक स्टेट से संबद्ध विद्रोही संगठन अलाइड डेमोक्रेटिक फोर्स (ADF) ने इतुरी प्रांत के कोमांडा इलाके में एक कैथोलिक चर्च परिसर को निशाना बनाते हुए हमला किया, जिसमें कम से कम 21 लोगों की जान चली गई। यह हमला शनिवार देर रात करीब 1 बजे हुआ और हमलावरों ने चर्च के आसपास मौजूद कई घरों और दुकानों में आग भी लगा दी।
जले शव और लापता लोग
कोमांडा में नागरिक समाज के एक समन्वयक डियूडोने दुरंतबो ने ‘एसोसिएटेड प्रेस’ को बताया कि, “हमने चर्च के अंदर और बाहर गोलीबारी में मारे गए 21 से अधिक लोगों के शव देखे हैं। इसके अलावा कम से कम तीन जले हुए शव और कई जले हुए घरों की पुष्टि हुई है। घायलों और अन्य शवों की तलाश अब भी जारी है।”
सेना ने 10 मौतों की पुष्टि की
वहीं कांगो की सेना के स्थानीय प्रवक्ता ने 10 नागरिकों के मारे जाने की पुष्टि की है। हालांकि, स्थानीय सूत्रों का मानना है कि मृतकों की संख्या इससे कहीं अधिक हो सकती है। यह हमला क्षेत्र में एक बार फिर इस्लामिक स्टेट के बढ़ते प्रभाव और आम नागरिकों पर लगातार हो रहे हमलों की ओर इशारा करता है।
कौन है ADF और क्यों है खतरनाक?
अलाइड डेमोक्रेटिक फोर्स (ADF) एक उग्रवादी संगठन है जो कांगो और युगांडा की सीमा पर वर्षों से सक्रिय है। 2018 में इस समूह ने इस्लामिक स्टेट के साथ अपने संबंध स्थापित किए और 2019 में इस्लामिक स्टेट सेंट्रल अफ्रीका प्रॉविंस (IS-CAP) के रूप में अपनी पहचान घोषित की। इसके बाद से इस संगठन ने पूर्वी कांगो में दर्जनों हमलों को अंजाम दिया है, जिनका निशाना अधिकतर आम नागरिक और धार्मिक स्थल रहे हैं।
पहले भी हो चुके हैं ऐसे हमले
पूर्वी कांगो, जो कि मुख्य रूप से ईसाई बहुल क्षेत्र है, लंबे समय से इस्लामिक चरमपंथियों के निशाने पर रहा है। ADF और अन्य IS समर्थक संगठन यहां लगातार ऐसी हिंसक घटनाओं को अंजाम देते रहे हैं, जिससे क्षेत्र में असुरक्षा और भय का माहौल बना हुआ है।