अगर आप सुरक्षित और गारंटीड रिटर्न वाली योजना में नियमित निवेश कर बड़ा फंड बनाना चाहते हैं, तो डाकघर की रिकरिंग डिपॉजिट (RD) स्कीम एक मजबूत विकल्प साबित हो सकती है। मात्र ₹100 से शुरू होने वाली यह योजना न केवल जोखिम-मुक्त है, बल्कि इस पर मिलने वाला ब्याज भी कई पारंपरिक निवेश साधनों से बेहतर है। यदि कोई व्यक्ति प्रतिदिन ₹333 बचत करता है, तो 10 वर्षों में वह करीब ₹17 लाख का फंड तैयार कर सकता है।
6.7% वार्षिक ब्याज दर के साथ सुरक्षित निवेश
वर्तमान में पोस्ट ऑफिस आरडी पर 6.7% सालाना ब्याज दिया जा रहा है। यह योजना सरकार द्वारा समर्थित है, जिससे इसमें जमा राशि पूरी तरह सुरक्षित रहती है। इसे कोई भी व्यक्ति, चाहे वह बालिग हो या 10 वर्ष से अधिक उम्र का नाबालिग, खोल सकता है। यदि खाता किसी नाबालिग के नाम पर खोला गया है, तो उसकी बालिग होने पर केवाईसी व नया फॉर्म भरकर इसे जारी रखा जा सकता है। अब यह खाता ऑनलाइन भी खोला जा सकता है।
इस योजना की मूल अवधि पांच वर्ष है, लेकिन निवेशक चाहें तो इसे और पांच वर्षों के लिए बढ़ा सकते हैं। तीन साल के बाद खाते को समय से पहले बंद करने की भी सुविधा उपलब्ध है। निवेशक की मृत्यु की स्थिति में नामांकित व्यक्ति न केवल राशि का दावा कर सकता है, बल्कि खाता भी संचालित कर सकता है।
नियत तारीख पर जमा अनिवार्य
इस योजना में हर महीने तय समय पर किश्त जमा करना जरूरी है। यदि खाता महीने की 15 तारीख से पहले खुला है, तो प्रत्येक महीने की 15 तारीख तक निवेश करना अनिवार्य होगा। वहीं, यदि खाता 16 तारीख या उसके बाद खोला गया है, तो निवेश माह के अंतिम कार्य दिवस तक किया जा सकता है।
जरूरत पड़ने पर लोन की सुविधा भी उपलब्ध
पोस्ट ऑफिस आरडी में एक और खास सुविधा यह है कि एक साल तक नियमित रूप से निवेश करने के बाद, जमा राशि का 50% तक ऋण लिया जा सकता है। इस पर केवल 2% अतिरिक्त ब्याज देना होता है। यह उन निवेशकों के लिए लाभकारी विकल्प है, जो आकस्मिक जरूरतों में खाता बंद किए बिना फंड की व्यवस्था करना चाहते हैं।
10 साल में कैसे बन सकता है ₹17 लाख का फंड
अगर कोई व्यक्ति रोजाना ₹333 यानी महीने में लगभग ₹10,000 जमा करता है, तो पांच साल में कुल निवेश ₹6 लाख हो जाता है, जिस पर करीब ₹1.13 लाख ब्याज मिलता है। यदि निवेशक इसी योजना को आगे बढ़ाकर 10 साल तक निवेश जारी रखे, तो कुल ₹12 लाख निवेश पर ₹5.08 लाख का ब्याज मिलेगा। इस प्रकार कुल रिटर्न ₹17,08,546 हो सकता है।
यदि कोई व्यक्ति ₹10,000 नहीं, बल्कि केवल ₹5,000 मासिक निवेश करता है, तो भी 10 साल में लगभग ₹8.54 लाख की राशि बन सकती है, जिसमें करीब ₹2.54 लाख ब्याज के रूप में शामिल होगा।