बरेली के जोगी नवादा में दो साल पहले जिस कांवड़ यात्रा को लेकर तनाव और लाठीचार्ज जैसी घटनाएं सामने आई थीं, उसी यात्रा का इस बार शांतिपूर्ण और सौहार्दपूर्ण माहौल में आयोजन हुआ। रविवार को निकले इस कांवड़ जत्थे पर मुस्लिम समुदाय के लोगों ने छतों से पुष्पवर्षा की, जबकि कांवड़ियों ने इस आत्मीयता के लिए उनका आभार जताया।
पार्षद बनवारी लाल शर्मा के नेतृत्व में निकली यात्रा सकुशल बनखंडी नाथ मंदिर तक पहुंची। इस दौरान मुस्लिम समाज के लोगों ने फूल मालाएं पहनाकर कांवड़ियों का स्वागत किया और जलपान की व्यवस्था भी की। सुरक्षा की दृष्टि से क्षेत्राधिकारी (सीओ तृतीय) पंकज सिंह और बारादरी थाना प्रभारी धनंजय पांडेय पुलिस बल के साथ मौके पर तैनात रहे।
समझदारी और संवाद से बदला माहौल
स्थानीय मुस्लिम प्रतिनिधियों—हाजी इकरार, पूर्व पार्षद उस्मान और जुल्फिकार—ने इस सौहार्दपूर्ण बदलाव का श्रेय सीओ पंकज श्रीवास्तव को दिया। उनका कहना था कि अधिकारी ने दोनों समुदायों के बीच लगातार बैठकें कराई, गलतफहमियां दूर कीं और पारस्परिक विश्वास बहाल किया। उन्होंने बताया कि जैसे उन्होंने मोहर्रम जुलूस पर पुष्पवर्षा की थी, उसी भावना से अब कांवड़ियों का स्वागत किया गया।
सीओ पंकज श्रीवास्तव ने बताया कि एसएसपी से जो जिम्मेदारी मिली थी, उसे पूरी संवेदनशीलता से निभाया गया।
2019 की घटना: जब बिगड़े थे हालात
करीब दो साल पहले इसी मार्ग से गुजरते समय बाहरी तत्वों ने हथियार लहराकर माहौल बिगाड़ने की कोशिश की थी, जिसके बाद पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा था। उसी दिन तत्कालीन एसएसपी प्रभाकर चौधरी का तबादला पीएसी में कर दिया गया था, और बारादरी थाना प्रभारी समेत कई पुलिसकर्मी निलंबित हुए थे।
जनप्रतिनिधियों ने जत्थे का किया स्वागत
कांवड़ यात्रा की शुरुआत बाबा बनखंडी नाथ मंदिर से हुई, जहां से महंत डॉ. बनवारी लाल शर्मा के नेतृत्व में जत्था कछला गंगा घाट के लिए रवाना हुआ। मंदिर परिसर में महंत स्वामी सुधीर नारायण गिरी, राज्य के वन राज्यमंत्री अरुण कुमार सक्सेना, सांसद छत्रपाल सिंह, महापौर उमेश गौतम, रामलीला कमेटी के पूर्व अध्यक्ष सुरेश चंद्र राठौर और भाजपा के पूर्व महामंत्री हरिओम राठौर ने कांवड़ियों का स्वागत कर यात्रा को शुभकामनाएं दीं।