संसद में हंगामा: SIR पर अड़े विपक्ष पर भड़के स्पीकर, अखिलेश को लेकर दी नसीहत

संसद के मानसून सत्र के दौरान सोमवार को लोकसभा में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर विशेष चर्चा होनी थी, लेकिन विपक्ष की ओर से बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) पर बहस की मांग के चलते कार्यवाही दो बार स्थगित करनी पड़ी। इस स्थिति पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने असंतोष जताते हुए कहा कि विपक्ष को बिजनेस एडवाइजरी कमेटी की बैठक में स्पष्ट रुख अपनाना चाहिए।

ओम बिरला ने सपा सांसद अखिलेश यादव को निशाने पर लेते हुए कहा कि कमेटी की बैठक में कुछ और कहा जाता है और सदन में कुछ और व्यवहार होता है। उन्होंने सुझाव दिया कि कमेटी की बैठकों में ऐसे प्रतिनिधि भेजे जाएं जो निर्णायक भूमिका निभा सकें। बिरला ने सवाल उठाया कि यदि SIR पर पहले चर्चा चाही जाती थी, तो कमेटी में इसकी मांग क्यों नहीं की गई?

कांग्रेस ने सरकार पर लगाए आरोप

कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल ने सरकार पर आरोप लगाया कि वह SIR जैसे संवेदनशील मुद्दे पर बहस से बच रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर चर्चा के लिए पहले से तैयार है और इसके लिए विशेष सत्र की मांग भी कर चुकी है। लेकिन अब देश में मतदाता सूची से नाम काटे जाने की बढ़ती चिंता के बीच SIR पर चर्चा और भी जरूरी हो गई है।

वेणुगोपाल ने कहा कि वे चाहते हैं कि ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के बाद SIR पर भी संक्षिप्त समय के लिए बहस हो। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सरकार इस मुद्दे को उठाने की अनुमति तक देने को तैयार नहीं है।

कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने कहा कि विपक्ष बहस चाहता है लेकिन सदन को जानबूझकर स्थगित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि विपक्ष ने कोई नारेबाजी या वेल में जाने जैसा व्यवहार नहीं किया, फिर भी चर्चा शुरू नहीं हो सकी।

सरकार का पलटवार: बहस से भाग रहा है विपक्ष

संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने विपक्ष पर पलटवार करते हुए कहा कि तय समय के अनुसार दोपहर 12 बजे ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर चर्चा होनी थी, लेकिन ठीक पहले विपक्ष ने नया मुद्दा उठाकर सरकार पर दबाव बनाना शुरू कर दिया। उन्होंने कहा कि यह साफ है कि विपक्ष इस चर्चा से बचना चाह रहा है।

केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने विपक्ष के रवैये को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि विपक्ष ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता और सेना के शौर्य पर चर्चा से भाग रहा है। गोयल ने यह भी कहा कि जब देश के जवानों पर गर्व करने की बात हो, तब विपक्ष का व्यवहार देश की भावना के अनुरूप नहीं है। उन्होंने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि राहुल गांधी खुद भी इस अहम बहस में अनुपस्थित रहे और विपक्ष असंगठित नजर आया।

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