शेयर बाजार में सोमवार को लगातार तीसरे दिन गिरावट दर्ज की गई, जिससे निवेशकों को भारी नुकसान उठाना पड़ा। बीते तीन कारोबारी दिनों में सेंसेक्स में कुल 1834 अंकों की गिरावट दर्ज की गई, जबकि निफ्टी में 539 अंकों की कमी आई है। इस अवधि में निवेशकों की संपत्ति में करीब 13 लाख करोड़ रुपये की कमी आई है।
सोमवार को सेंसेक्स और निफ्टी दोनों लुढ़के
सप्ताह के पहले कारोबारी दिन सेंसेक्स 571.38 अंक गिरकर 80,891.71 पर बंद हुआ, जबकि दिनभर के कारोबार में यह 686.65 अंकों तक टूटा। निफ्टी की बात करें तो यह 156.10 अंकों की गिरावट के साथ 24,680.90 पर बंद हुआ। बीते बुधवार को निफ्टी 25,219.9 पर था, जो तीन दिन में 2.13% की गिरावट के साथ लुढ़क गया।
गिरावट के प्रमुख कारण
- भारत-अमेरिका ट्रेड डील में देरी: कृषि और डेयरी उत्पादों पर शुल्क कटौती को लेकर गतिरोध बरकरार है। 1 अगस्त तक समझौता होने की उम्मीद भी कम दिख रही है, जिससे निवेशकों की धारणा प्रभावित हुई है।
- आईटी सेक्टर में सुस्ती: टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) द्वारा 12,000 कर्मचारियों की छंटनी और कमजोर मांग ने आईटी शेयरों पर दबाव बढ़ा दिया। नतीजतन, निफ्टी आईटी इंडेक्स में 0.7% की गिरावट रही।
- कमजोर कॉरपोरेट नतीजे: कोटक महिंद्रा बैंक के कमजोर तिमाही परिणामों से न केवल इसके शेयर में 7.3% की गिरावट आई, बल्कि बैंकिंग सेक्टर भी दबाव में रहा।
- विदेशी निवेशकों की बिकवाली: जुलाई में अब तक एफआईआई ने 6,000 करोड़ रुपये से अधिक की निकासी की है। सिर्फ 25 जुलाई को ही 1,979 करोड़ रुपये के शेयर बेचे गए।

किन कंपनियों के शेयर फिसले
बीएसई की 30 प्रमुख कंपनियों में से 23 में गिरावट आई। कोटक महिंद्रा बैंक का शेयर सबसे ज्यादा 7.50% गिरकर 1965.60 रुपये पर बंद हुआ। बजाज फाइनेंस, भारती एयरटेल, टाइटन, टीसीएस, एक्सिस बैंक और महिंद्रा एंड महिंद्रा के शेयरों में भी 1% से 3.6% तक की गिरावट दर्ज की गई। हालांकि, हिंदुस्तान यूनिलीवर और एशियन पेंट्स के शेयरों में 1% से ज्यादा की तेजी देखी गई।
निवेशकों की संपत्ति में बड़ी गिरावट
बीते तीन सत्रों में बीएसई का कुल मार्केट कैप 4,60,35,264.91 करोड़ रुपये से घटकर 4,47,87,391.40 करोड़ रुपये रह गया। यानी कुल 12,68,000 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति स्वाहा हो गई। सिर्फ सोमवार को ही निवेशकों को 4 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान उठाना पड़ा।