डोज नहीं डोजियर देगा भारत: लोकसभा में गरजे अनुराग ठाकुर

लोकसभा में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर चर्चा के दौरान केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने भारतीय सेना के अदम्य साहस को नमन करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हर बार पड़ोसी देश की ओर दोस्ती का हाथ बढ़ाया, लेकिन बदले में आतंक की आग झेली। उन्होंने याद दिलाया कि पीएम मोदी लाहौर तक गए, परंतु उसके बाद भी देश ने अनेक बार आतंकी हमलों का सामना किया।

ठाकुर ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि 22 अप्रैल को पहलगाम में हुई नृशंस घटना के दौरान किसी भी विपक्षी नेता ने यह नहीं कहा कि हमले में धर्म पूछकर लोगों की हत्या की गई। उन्होंने पूछा कि इस सच्चाई को बोलने में विपक्ष को क्या आपत्ति थी? जब रक्षा मंत्री ने सदन में सेना के पराक्रम का जिक्र किया, तब भी विपक्ष की तरफ से कोई सराहना तक नहीं की गई।

“हमने दी आतंकियों को उनकी सोच से परे सज़ा”

अनुराग ठाकुर ने कहा कि उस काली शाम को देश के घरों में दीपक नहीं जले, बल्कि आतंकवादियों ने हमारी बहनों के सिंदूर को मिटा दिया। उन्होंने दावा किया कि इस हमले के बाद प्रधानमंत्री ने स्पष्ट शब्दों में कहा था कि भारत ऐसा जवाब देगा, जिसकी किसी ने कल्पना भी नहीं की होगी। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत 7 मई को भारतीय सेना ने दुश्मन को करारा जवाब दिया और केवल 25 मिनट में 9 आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया।

“भारत डोज़ियर नहीं, जवाब भेजता है”

उन्होंने कहा कि भारत ने अब यह साफ कर दिया है कि यदि कोई आतंकी घटना को अंजाम देगा, तो उसे ऐसा सबक सिखाया जाएगा जिसे आने वाली पीढ़ियां भी याद रखेंगी। अब भारत केवल प्रमाण नहीं, बल्कि प्रतिशोध के रूप में ताबूत भेजता है। अगले दिन जब पाकिस्तान की ओर से भारतीय सेना और नागरिकों को निशाना बनाने की कोशिश हुई, तो भारत ने जवाब में उसके 11 एयरबेस पर सटीक हमले कर उन्हें ध्वस्त कर दिया।

राहुल गांधी तक पहुंचाओ संदेश

ठाकुर ने विपक्ष को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि पाकिस्तान की रहीम खान एयरबेस का हाल यह हो गया कि अब वहां बैलगाड़ी भी नहीं चल सकती। उन्होंने कहा, “जो देश हजारों साल तक युद्ध लड़ने की बात करता था, वो 48 घंटे भी भारतीय सेना का सामना नहीं कर सका।” उन्होंने जोड़ा कि राहुल गांधी तक यह संदेश जरूर पहुंचना चाहिए कि भारत वहां वार करता है जहां सबसे अधिक पीड़ा होती है।

“यकीन न हो तो पाकिस्तान के डिप्टी पीएम से पूछ लीजिए”

बीजेपी नेता ने दावा किया कि पाकिस्तान के जनरल सुरक्षात्मक बंकरों में छिपे हुए थे। अगर इस बात पर किसी को संदेह हो तो पाकिस्तान के तत्कालीन उप प्रधानमंत्री इशाक डार के बयान को देख ले, जिन्होंने स्वीकार किया था कि भारतीय सेना की मार के आगे वे बेबस हो गए थे और सीजफायर की गुहार लगानी पड़ी।

अनुराग ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की आतंकवाद पर ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति आज वैश्विक स्तर पर भारत की निर्णायक शक्ति को दर्शा रही है।

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