बीजिंग में मूसलाधार बारिश से तबाही, 30 से ज्यादा मौतें

चीन की राजधानी बीजिंग के उत्तरी बाहरी इलाकों में लगातार भारी बारिश के कारण भीषण तबाही मची है। अब तक कम से कम 30 लोगों की जान जा चुकी है, जबकि 80 हजार से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। कई सड़कें क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं और 136 गांवों में बिजली आपूर्ति ठप हो गई है।

राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि लापता लोगों की तलाश में कोई कसर न छोड़ी जाए, विस्थापितों के पुनर्वास की समुचित व्यवस्था हो और जान-माल की क्षति को कम करने के लिए हरसंभव प्रयास किए जाएं।

मियुन और यानकिंग में सबसे ज्यादा नुकसान

सरकारी मीडिया सीसीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, बीजिंग के मियुन जिले में 28 और यानकिंग में 2 लोगों की मौत हुई है। राजधानी में सोमवार रात जोरदार बारिश के बाद हालात और बिगड़ गए। इससे पहले हेबेई प्रांत में आए भूस्खलन में चार लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि आठ लोग अब भी लापता हैं। तूफान और बाढ़ के कारण अब तक कुल 34 लोगों की जान जा चुकी है।

जलाशय का जलस्तर रिकॉर्ड स्तर पर, लोगों को किया गया अलर्ट

बीजिंग और आसपास के क्षेत्रों के निचले इलाकों से हजारों लोगों को सुरक्षित निकाला गया है। मियुन जिले में स्थित एक प्रमुख जलाशय का जलस्तर 1959 में इसके निर्माण के बाद पहली बार सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंचा, जिसके चलते वहां से भी पानी छोड़ा गया। प्रशासन ने नागरिकों को नदियों के किनारे और निचले क्षेत्रों से दूर रहने की चेतावनी दी है।

कारें बह गईं, बिजली के खंभे गिरे

लुआनपिंग काउंटी की सीमा से लगे मियुन इलाके में बाढ़ के चलते कारें बह गईं और बिजली के खंभे धराशायी हो गए। समाचार एजेंसी शिन्हुआ के अनुसार, प्रधानमंत्री ली कियांग ने हालात को गंभीर बताते हुए बचाव कार्य तेज करने का निर्देश दिया है।

गांवों में तबाही के दृश्य, लोग खुद कर रहे सफाई

ताइशीतुन शहर, जो बीजिंग से करीब 100 किमी उत्तर-पूर्व में है, वहां उखड़े हुए पेड़, कीचड़ से लबालब सड़कें और घरों की दीवारों तक चढ़ा पानी बाढ़ की भयावहता को बयान कर रहे हैं। स्थानीय निवासी झुआंग झेलिन ने बताया कि पानी इतनी तेजी से आया कि संभलने का मौका ही नहीं मिला। वह अपने परिवार के साथ दुकान से कीचड़ हटाने में जुटे हैं।

उनके पड़ोसी और पारंपरिक चीनी चिकित्सक वेई झेंगमिंग ने कहा, “चारों ओर पानी ही पानी था। कुछ समझ नहीं आया, ऊपर की ओर भागे और बचाव दल का इंतजार करते रहे। डर था कि अगर कोई न आया, तो मुसीबत बड़ी हो सकती है।”

बीजिंग में हाई अलर्ट, स्कूल और निर्माण कार्य बंद

राजधानी प्रशासन ने सोमवार रात 8 बजे से हाई लेवल इमरजेंसी अलर्ट लागू कर दिया। इसके तहत स्कूलों और निर्माण कार्यों को बंद कर दिया गया है, जबकि लोगों को घरों में रहने की सलाह दी गई है। पर्यटन और अन्य बाहरी गतिविधियों पर भी रोक लगा दी गई है।

मूसलाधार बारिश की आशंका बनी हुई है

बीजिंग में मंगलवार को सबसे तेज बारिश की संभावना जताई गई है। कुछ क्षेत्रों में 30 सेंटीमीटर तक पानी गिर सकता है। अधिकारियों ने बताया कि मियुन से लगभग 6,400 समेत 30,000 से अधिक लोगों को निकाला गया है, जबकि तियानजिन के जिझोउ जिले से 10,000 से अधिक लोगों को स्थानांतरित किया गया है।

केंद्र सरकार ने भेजी आपदा राहत टीम और फंड

चीनी सरकार ने हेबेई प्रांत के लिए 50 मिलियन युआन (करीब 7 मिलियन अमेरिकी डॉलर) की आपात मदद मंजूर की है। इसके साथ ही चेंगदे, बाओडिंग और झांगजियाकौ जैसे बाढ़ प्रभावित शहरों में राहत व बचाव कार्यों के लिए एक विशेष उच्चस्तरीय दल भी रवाना किया गया है।

गौरतलब है कि बीते वर्ष भी बीजिंग और हेबेई को गंभीर बाढ़ से जूझना पड़ा था।

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