केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर को लेकर विपक्ष, विशेषकर कांग्रेस पर तीखा प्रहार किया। उन्होंने पहलगाम आतंकी हमले के बाद हुई कार्रवाई का उल्लेख करते हुए विपक्ष द्वारा सरकार पर उठाए गए सवालों को पलटते हुए कांग्रेस सरकार के समय आतंकियों के देश छोड़कर भागने की घटनाओं को उजागर किया।
गृह मंत्री ने दाऊद इब्राहिम से लेकर इकबाल कासकर तक कई वांछित आतंकियों का नाम लेते हुए बताया कि ये सभी कांग्रेस के कार्यकाल में भारत से फरार हुए थे। उन्होंने कहा, “यह पूछा जा रहा है कि बायसरन घाटी के दोषी पाकिस्तान कैसे पहुंच गए। हम जवाबदेही से पीछे नहीं हटते, लेकिन पहले कांग्रेस को यह बताना चाहिए कि उनके शासन में कौन-कौन भागा।”
कांग्रेस कार्यकाल में भागे ये आतंकी:
- दाऊद इब्राहिम: 1984 में देश छोड़कर फरार हुआ, उस समय राजीव गांधी प्रधानमंत्री थे। 1993 मुंबई ब्लास्ट का मुख्य आरोपी और वैश्विक आतंकवादी घोषित।
- सैयद सलाउद्दीन: हिज्बुल मुजाहिद्दीन का सरगना, 1993 में भागा। 2017 में अमेरिका ने अंतरराष्ट्रीय आतंकी घोषित किया।
- टाइगर मेमन: 1993 विस्फोटों की साजिश में शामिल, पाकिस्तान में शरण लेने से पहले दुबई भागा।
- अनीस इब्राहिम कासकर: डी-कंपनी का सदस्य, दाऊद का भाई। कई आपराधिक मामलों में वांछित।
- रियाज और इकबाल भटकल: इंडियन मुजाहिद्दीन के संस्थापक। कई बम धमाकों के मास्टरमाइंड, ISI की मदद से पाकिस्तान पहुंचे।
- मिर्जा शादाब बेग: बाटला हाउस एनकाउंटर के बाद फरार, कई राज्यों में धमाकों में संलिप्त।
“हमने आतंकवादियों को जवाब दिया, जिम्मेदारी से पीछे नहीं हटे”
शाह ने आगे कहा कि जब हमले हुए, तो हमारी सेना और सुरक्षा बलों ने मुंहतोड़ जवाब दिया। उन्होंने विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए कहा, “अब न तो मुझे जवाब देना जरूरी है, न विपक्ष को सवाल पूछना शोभा देता है।”