टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) के शेयरों में दो कारोबारी सत्रों के भीतर गिरावट का सिलसिला देखने को मिला है, जिससे कंपनी का बाजार पूंजीकरण ₹28,148.72 करोड़ घटकर ₹11.05 लाख करोड़ के करीब रह गया है। यह गिरावट ऐसे समय आई है जब कंपनी ने अपने वैश्विक कार्यबल में से लगभग 12,000 कर्मचारियों की छंटनी की योजना की जानकारी दी है।
मंगलवार को बीएसई पर TCS का शेयर 0.73% गिरकर ₹3,056.55 पर बंद हुआ, जबकि कारोबार के दौरान यह ₹3,041 तक लुढ़क गया था। एनएसई पर शेयर 0.72% की गिरावट के साथ ₹3,057 पर बंद हुआ। इससे एक दिन पहले सोमवार को भी कंपनी के स्टॉक्स में करीब 2% की गिरावट दर्ज की गई थी। दो दिन की कुल गिरावट 2.48% तक पहुंच चुकी है।
भारत की सबसे बड़ी आईटी सेवा प्रदाता कंपनी TCS इस वर्ष अपने अंतरराष्ट्रीय कार्यबल में से करीब 2% कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाएगी, जो संख्या में लगभग 12,261 होगी। इनमें मुख्य रूप से मिड-लेवल और सीनियर लेवल के प्रोफेशनल शामिल हैं।
30 जून, 2025 तक कंपनी के कुल कर्मचारी 6,13,069 थे। दिलचस्प बात यह है कि जून तिमाही में कंपनी ने 5,000 नई नियुक्तियां भी की थीं। हालांकि, अब संगठन अपने भविष्य को ध्यान में रखते हुए, संरचना में बदलाव कर रहा है। कंपनी का कहना है कि यह कदम आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, तकनीकी नवाचार, बाजार विस्तार और संसाधनों के पुनर्गठन को ध्यान में रखकर उठाया जा रहा है।
कंपनी ने स्पष्ट किया है कि इस बदलाव के दौरान जिन कर्मचारियों को हटाया जाएगा, उन्हें सभी जरूरी लाभ, काउंसलिंग और पुनः रोजगार में मदद दी जाएगी। यह निर्णय ऐसे समय आया है जब भारत की प्रमुख आईटी कंपनियों ने वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही में अपेक्षाकृत धीमी, एकल अंक की वृद्धि दर दर्ज की है।