संसद में ऑपरेशन सिंदूर पर बहस: विपक्ष के 10 बड़े सवाल और सरकार के जवाब

संसद के मानसून सत्र में लगातार दूसरे दिन पहलगाम आतंकी हमला और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ चर्चा का केंद्र रहा। सोमवार को इस बहस की शुरुआत रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने की, जो करीब 12 घंटे तक चली। विभिन्न दलों के सांसदों ने इस विषय पर अपनी राय रखी। मंगलवार को भी चर्चा जारी रही, जिसमें सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, विपक्ष के नेता राहुल गांधी और स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिस्सा लिया।

चर्चा के दौरान विपक्ष ने सरकार से कई तीखे सवाल किए, जिनमें कुछ सवाल बार-बार दोहराए गए। आइए जानते हैं संसद में उठे 11 प्रमुख सवाल और उस पर सरकार की ओर से क्या जवाब दिए गए:

1. आतंकी आए कहां से और जिम्मेदार कौन?

कई सांसदों, जिनमें कांग्रेस के गौरव गोगोई और AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी शामिल थे, ने पूछा कि पहलगाम में हमलावर आए कहां से और इसके लिए जिम्मेदार कौन है? इस पर गृह मंत्री अमित शाह ने जवाब देते हुए कहा कि सरकार ज़िम्मेदार है, क्योंकि वह सत्ता में है, लेकिन यह जानकर अफसोस हुआ कि पूर्व गृह मंत्री पी. चिदंबरम ने यह पूछा कि क्या सबूत हैं कि आतंकी पाकिस्तान से आए थे। उन्होंने सवाल उठाया कि इस तरह के बयान पाकिस्तान को संरक्षण देने की कोशिश नहीं तो और क्या हैं?

2. हमले के दोषी कहां गए?

इस सवाल पर गृहमंत्री ने कहा कि जिन आतंकियों ने हमले को अंजाम दिया था, उनमें से आठ को भारतीय सेना ने मार गिराया है। इनमें से अधिकांश वही हैं, जो यूपीए सरकार के कार्यकाल में आतंक फैलाते रहे थे। पहलगाम हमले के तीन मुख्य आतंकी—सुलेमान, जिबरान और अबू हमजा—को ऑपरेशन महादेव के तहत ढेर कर दिया गया।

3. भारत के कितने विमान गिरे?

इस सवाल पर रक्षा मंत्री ने सोमवार को ही कहा कि विपक्ष को यह पूछने के बजाय यह जानना चाहिए कि भारत ने आतंकियों के ठिकानों को कितनी प्रभावशीलता से तबाह किया। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर पूरी तरह सफल रहा।

4. आईबी चीफ ने इस्तीफा क्यों नहीं दिया?

प्रियंका गांधी ने यह सवाल उठाया। इस पर गृहमंत्री ने स्पष्ट जवाब नहीं दिया, लेकिन उन्होंने स्वीकार किया कि सुरक्षा में चूक हुई और सरकार ने तुरंत कार्रवाई करते हुए सुरक्षा बलों को पूरी छूट दी।

5. गृह मंत्री का इस्तीफा क्यों नहीं हुआ?

प्रियंका गांधी द्वारा पूछे गए इस सवाल पर अमित शाह ने कहा कि 2014 से अब तक देश के किसी अन्य हिस्से में आतंकी हमला नहीं हुआ। केवल कश्मीर केंद्रित घटनाएं सामने आई हैं और वह भी पाकिस्तान प्रायोजित। इसके मुकाबले 2004 से 2014 के बीच देश में 7217 आतंकी हमले हुए थे।

6. पहलगाम में सुरक्षा पहले से क्यों नहीं थी?

गौरव गोगोई और प्रियंका गांधी के इस सवाल पर अमित शाह ने जवाब दिया कि जिस स्थान पर हमला हुआ, वहां अमरनाथ यात्रा शुरू होने से पहले सुरक्षा बलों की तैनाती नहीं होती। उन्होंने यह भी बताया कि घटना के दिन ही वे श्रीनगर पहुंचे और पीएम ने भी तुरंत उच्च स्तरीय बैठकें कीं।

7. ऑपरेशन महादेव उसी दिन क्यों हुआ

सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने यह सवाल पूछा। पीएम मोदी ने जवाब में कहा कि जब सुरक्षा बलों ने पहलगाम हमले के आतंकियों को ढेर किया तो विपक्ष ने पूछा, “आज ही क्यों?” जबकि लंबे समय से यही पूछा जा रहा था कि वे पकड़े क्यों नहीं जा रहे।

8. ट्रंप ने सीजफायर का दावा क्यों किया?

गौरव गोगोई और ओवैसी जैसे विपक्षी नेताओं ने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा सीजफायर के दावे पर सवाल उठाया। इस पर विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच कोई मध्यस्थता नहीं हुई थी। पीएम मोदी ने भी स्पष्ट किया कि सीजफायर की गुहार पाकिस्तान की ओर से आई थी, भारत ने ऐसा कोई अनुरोध नहीं किया।

9. पीएम सर्वदलीय बैठक में क्यों नहीं पहुंचे?

विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने आरोप लगाया कि पीएम 24 अप्रैल की सर्वदलीय बैठक में शामिल नहीं हुए। इस पर जेडीयू सांसद ललन सिंह ने कहा कि उस दिन पंचायती राज दिवस के अवसर पर पीएम बिहार में कार्यक्रम में शामिल हुए, जो पहले से तय था।

10. पीओके पर कार्रवाई क्यों नहीं की गई?

कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने पूछा कि जब मौका था तो पीओके वापस क्यों नहीं लिया गया? इस पर पीएम मोदी ने पलटवार करते हुए कहा कि जिनकी सरकार के समय पाकिस्तान ने पीओके पर कब्जा किया, पहले वे जवाब दें। 1971 में भी यह संभव था लेकिन तब की सरकार ने ऐसा नहीं किया।

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