भारत और इंग्लैंड के बीच पांचवें टेस्ट से पहले लंदन के कैनिंग्टन ओवल स्टेडियम में टीम इंडिया के मुख्य कोच गौतम गंभीर और पिच क्यूरेटर ली फोर्टिस के बीच कहासुनी हो गई। यह घटना कैमरे में कैद हो गई और सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। इस विवाद पर प्रतिक्रिया देते हुए पूर्व भारतीय ऑलराउंडर इरफान पठान ने गंभीर का पक्ष लेते हुए सवाल उठाया कि क्या अंग्रेज अब भी भारतीयों को उसी नजरिए से देखते हैं जैसा औपनिवेशिक काल में देखा करते थे।
क्या था विवाद?
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, ली फोर्टिस इस बात से असहज थे कि गंभीर और भारतीय खिलाड़ी पिच का निरीक्षण नजदीक से कर रहे थे। उन्होंने गंभीर से इस पर आपत्ति जताई, जिस पर कोच नाराज़ हो गए और जवाब में कहा कि उन्हें यह तय करने का अधिकार नहीं है कि भारतीय टीम को क्या करना चाहिए और क्या नहीं।
विवाद इस समय और बढ़ गया जब ली फोर्टिस की कुछ तस्वीरें सामने आईं, जिसमें वह इंग्लैंड के कोच ब्रैंडन मैकुलम के साथ पिच पर बातचीत करते नजर आए। इस दौरान उन्होंने मैकुलम को नहीं टोका, जिससे पूर्व भारतीय खिलाड़ी इरफान पठान ने कड़ी आपत्ति जताई। पठान ने सोशल मीडिया पर लिखा, “अगर एक इंग्लिश कोच पिच का मुआयना कर सकता है तो भारतीय कोच क्यों नहीं? क्या हम अब भी उपनिवेशवाद के दौर में जी रहे हैं?”
उनका यह बयान पिच क्यूरेटर के कथित पक्षपातपूर्ण व्यवहार पर गंभीर सवाल खड़े करता है।
भारत के लिए निर्णायक मुकाबला
भारतीय टीम के लिए यह टेस्ट मुकाबला निर्णायक है क्योंकि पांच मैचों की सीरीज़ में इंग्लैंड 2-1 से आगे है। मैनचेस्टर में खेला गया चौथा टेस्ट ड्रॉ रहा था। अब भारत यदि सीरीज़ को बराबरी पर समाप्त करना चाहता है, तो अंतिम मुकाबले में जीत हासिल करना बेहद ज़रूरी है। टीम इस लक्ष्य को पाने के लिए पूरी ताकत झोंकने की तैयारी में है।