फरीदकोट पुलिस ने काउंटर इंटेलिजेंस और एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (AGTF) के साथ मिलकर एक सप्ताह पूर्व हुई यादविंदर सिंह हत्या मामले का खुलासा करते हुए बंबीहा गिरोह से जुड़े सात आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनमें तीन शूटरों के अलावा चार सहयोगी शामिल हैं, जिन्होंने उन्हें हथियार, ठिकाना और वित्तीय सहायता प्रदान की थी।
गिरफ्तार किए गए शूटरों में जैतो निवासी चिंकी, जलालाबाद का गुरमीत सिंह उर्फ गुंबर राजपूत और मनप्रीत सिंह उर्फ गटरी शामिल हैं। इनके अलावा सिरसा निवासी सूरज कुमार, फिरोजपुर के जसवंत सिंह उर्फ मंगल, हरमनप्रीत सिंह उर्फ हरमन और बंटी को भी हिरासत में लिया गया है।
यह हत्या 22 तारीख को गांव ब्राह्मण वाला में उस वक्त हुई थी, जब यादविंदर सिंह, जीवनजोत सिंह चहल उर्फ जुगनू की एंडेवर कार चला रहा था। मोटरसाइकिल पर सवार तीन हमलावरों ने उसे गोलियों से भून डाला।
मुख्य आरोपी चिंकी और उसे शरण देने वाले सूरज कुमार को सिरसा से गिरफ्तार किया गया। चिंकी ने गिरफ्तारी के बाद बाइक की बरामदगी के दौरान पुलिस पर फायरिंग कर भागने की कोशिश की, जिसमें वह जवाबी कार्रवाई में घायल हो गया। अन्य आरोपी मंगल, हरमन और बंटी को फिरोजपुर से तथा शूटर गुंबर राजपूत और गटरी को पटियाला के राजपुरा से दबोचा गया।
पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से चार पिस्तौल, 21 जिंदा कारतूस और वारदात में प्रयुक्त मोटरसाइकिल बरामद की है।
फरीदकोट रेंज के डीआईजी अश्विनी कपूर ने एसएसपी डॉ. प्रज्ञा जैन के साथ प्रेस वार्ता में जानकारी दी कि इस हत्या की साजिश विदेश में बैठे बंबीहा गैंग के सदस्य गौरव उर्फ लक्की पटियाल ने रची थी। लक्की ने अपने भाई दीपक मान की मौत का बदला लेने के इरादे से चिंकी को जीवनजोत उर्फ जुगनू की हत्या के लिए उकसाया था। हालांकि जुगनू, सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में क्लीनचिट पा चुका है। लेकिन हमलावरों की गोलीबारी में जुगनू के बजाय उसके ड्राइवर यादविंदर की जान चली गई।