मुजफ्फरनगर। दुष्कर्म के मामले में आरोपी को बचाने के लिए पुलिस व प्रशासन को गुमराह करने की एक बड़ी साजिश का पर्दाफाश हुआ है। भोपा क्षेत्र में एक व्यक्ति ने खुद को गोली लगने का नाटक रचाया, ताकि पीड़ित पक्ष पर दबाव बनाया जा सके। पुलिस जांच में मामला फर्जी निकला, जिसके बाद दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
भोपा थाना प्रभारी ओमप्रकाश सिंह ने बताया कि बीते रविवार को गांव पटोली के जंगल में उस्मान नामक व्यक्ति ने सूचना दी थी कि एक किसान को गोली मार दी गई है। मौके पर पहुंची पुलिस ने घायल आफताब पुत्र मोहम्मद हसन को अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसके कंधे पर गोली लगने जैसा घाव दिखा। प्राथमिक इलाज के बाद उसे जिला अस्पताल रेफर किया गया और तहरीर के आधार पर तीन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया।
पुलिस को घायल के बयानों व मेडिकल जांच पर संदेह हुआ। दोबारा मेडिकल परीक्षण में यह स्पष्ट हो गया कि गोली लगने का घाव बनावटी है। पूछताछ में आफताब ने स्वीकार किया कि उसका भाई मुजम्मिल दुष्कर्म के आरोप में जेल में बंद है और उसी केस को प्रभावित करने के लिए यह पूरी योजना बनाई गई थी।
आफताब ने बताया कि उसने भोपा अस्पताल के वार्ड ब्वॉय खालिद और एक अन्य व्यक्ति को 55 हजार रुपये रिश्वत देकर नकली घाव बनवाया और फर्जी मेडिकल रिपोर्ट तैयार कराई। खालिद ने डॉक्टर नवनीत चौधरी की मदद से रिपोर्ट बनवाई। वहीं, मुजम्मिल के भाई अम्मार पर पीड़िता के पति से रंगदारी मांगने और 50 हजार रुपये वसूलने का भी आरोप है।
पुलिस ने आफताब और खालिद को गिरफ्तार कर मेरठ स्थित भ्रष्टाचार निवारण न्यायालय में पेश किया। खालिद के पास से ऑपरेशन में इस्तेमाल होने वाला सामान और रिश्वत की 30 हजार रुपये की रकम बरामद की गई। इस साजिश में अन्य लोगों की संलिप्तता भी सामने आई है, जिनकी गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं।