मुजफ्फरनगर। ककरौली थाना क्षेत्र में बीते कुछ दिनों से रात के समय “ड्रोन” उड़ने की अफवाह से ग्रामीणों में दहशत का माहौल बना हुआ था। लोग लाठी-डंडे लेकर रात्रि पहरेदारी कर रहे थे और आसमान में लाल व हरी रोशनी देखकर डर के साए में जी रहे थे। जांच में पता चला कि यह ड्रोन नहीं, बल्कि एक शरारत थी। पुलिस ने इस मामले में दो युवकों को गिरफ्तार कर अफवाह की सच्चाई सामने ला दी है।
कबूतरों पर बंधे थे बैटरी से चलने वाले बल्ब
बुधवार को पुलिस लाइन स्थित सभागार में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान एसएसपी संजय कुमार वर्मा ने बताया कि मंगलवार रात गांव जटवाड़ा से पुलिस को सूचना मिली थी कि आसमान में लाल और हरी रोशनी वाला कोई ड्रोन उड़ता दिखा है। सूचना पर ककरौली थाना पुलिस मौके पर पहुंची और छानबीन की। टॉर्च की रोशनी में देखा गया तो वह कोई ड्रोन नहीं, बल्कि कबूतर था, जिसके पैरों और गर्दन पर बैटरी से संचालित छोटे-छोटे बल्ब बंधे हुए थे।
मजाक बना ग्रामीणों की परेशानी का कारण
जांच के बाद गांव के ही दो युवकों सुएब पुत्र अफसर और शाकिब पुत्र जावेद को उनके घर से गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में उन्होंने बताया कि यह सब ग्रामीणों के साथ मजाक के तौर पर किया गया था। शाकिब ने कबूतरों के लिए दिल्ली से ये बैटरी बल्ब मंगवाए थे, जिन्हें उन्होंने जंगली कबूतरों पर बांधकर उड़ाया ताकि वह ड्रोन जैसा नजर आए।
पुलिस ने आरोपितों के पास से दो कबूतर, एक पिंजरा और लाल-हरी लाइट वाले तीन बैटरी बल्ब बरामद किए हैं। आरोपियों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है।
एसएसपी की अपील: किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत दें सूचना
एसएसपी संजय कुमार वर्मा ने आमजन से अपील की कि किसी भी प्रकार की अफवाह से डरने के बजाय तुरंत पुलिस को सूचना दें। इस मामले में तत्परता से कार्रवाई करने वाली ककरौली थाना पुलिस टीम को ₹20,000 के नकद पुरस्कार की घोषणा भी की गई है।