दिल्ली-एनसीआर में हाल के दिनों में महसूस किए गए भूकंपों को देखते हुए आपदा प्रबंधन की तैयारियों को लेकर गंभीर प्रयास शुरू हो गए हैं। 1 अगस्त को राजधानी के पांच प्रमुख स्थानों—डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल, इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास विमान ईंधन क्षेत्र, वसंत कुंज स्थित एक निजी स्कूल सहित अन्य दो स्थानों पर सेना और राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) की देखरेख में एक मेगा मॉक ड्रिल आयोजित की जाएगी।
इस अभ्यास में पहली बार हैम रेडियो संचार प्रणाली का प्रयोग किया जाएगा, जो आपातकालीन परिस्थितियों में विशेष रूप से तब उपयोगी होता है जब सामान्य संचार नेटवर्क विफल हो जाए। इस मॉक ड्रिल से पहले ‘सुरक्षा चक्र’ नामक एक संगोष्ठी मानेकशॉ सेंटर में आयोजित की गई, जिसमें हैम रेडियो की कार्यप्रणाली और महत्व पर प्रकाश डाला गया।
दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA), आईजीआई और नई दिल्ली जिला कार्यालय से जुड़े अधिकारी डॉ. विनोद भारद्वाज ने प्रतिभागियों को हैम रेडियो के तकनीकी पक्ष और इसकी उपयोगिता के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह संचार माध्यम संकट की घड़ी में महत्वपूर्ण साबित हो सकता है।
ड्रिल में नई दिल्ली जिला अधिकारी शनि सिंह, एसडीएम प्रतीक राज यादव, एनडीएमए और अन्य विभागों के वरिष्ठ अधिकारी भी भाग लेंगे। इसका उद्देश्य आपदा के समय समन्वय और त्वरित प्रतिक्रिया की तैयारी को परखना है।