ब्रिटेन के एक प्रमुख एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) केंद्र में तकनीकी गड़बड़ी के चलते बुधवार को लंदन की ओर जाने वाली उड़ानों की संख्या कुछ समय के लिए सीमित करनी पड़ी। हालांकि, दोपहर बाद सेवाएं फिर से सामान्य रूप से शुरू कर दी गईं।
लंदन के हीथ्रो एयरपोर्ट सहित गेटविक और सिटी एयरपोर्ट जैसे कई प्रमुख हवाईअड्डों को इस खराबी का असर झेलना पड़ा। हीथ्रो, जो ब्रिटेन का सबसे बड़ा और यूरोप का सबसे व्यस्त हवाई अड्डा है, वहां टेकऑफ और लैंडिंग दोनों प्रक्रियाओं में अस्थायी बाधा आई। गेटविक से कुछ देर के लिए कोई विमान उड़ान नहीं भर सका, जबकि सिटी एयरपोर्ट को भी संचालन में कठिनाइयों का सामना करना पड़ा।
स्वॉनविक स्थित नैट्स (NATS) एटीसी केंद्र ने जानकारी दी कि उसके इंजीनियरों ने तकनीकी समस्या को दोपहर के समय ठीक कर लिया और अब परिचालन को सामान्य स्तर पर लाने की प्रक्रिया तेज़ी से चल रही है। नैट्स के अनुसार, वे एयरलाइंस और हवाई अड्डों के साथ समन्वय बनाकर यात्रियों को कम से कम असुविधा हो, इस दिशा में कार्य कर रहे हैं।
हीथ्रो और गेटविक एयरपोर्ट के प्रवक्ताओं ने पुष्टि की कि दोनों स्थानों से उड़ानों का संचालन दोबारा शुरू हो चुका है।
गौरतलब है कि इससे पहले मार्च में भी हीथ्रो हवाईअड्डे पर बिजली आपूर्ति में बाधा के कारण पूरा दिन उड़ान संचालन ठप रहा था। बुधवार की तकनीकी समस्या का असर मैनचेस्टर और बर्मिंघम जैसे उत्तरी शहरों तक भी पहुंचा, जहां उड़ानों को अस्थायी रूप से रोकना पड़ा।
इससे पहले भी, दो वर्ष पूर्व इसी तरह की एक तकनीकी समस्या के कारण ब्रिटेन का हवाई क्षेत्र कुछ समय के लिए बंद करना पड़ा था। उस समय भी समस्या कुछ ही घंटों में सुलझा ली गई थी, मगर उससे देशभर में उड़ान संचालन बुरी तरह प्रभावित हुआ था।
स्वॉनविक ऑपरेशंस रूम, जो इंग्लैंड और वेल्स के ऊपर की हवाई सीमाओं से लेकर स्कॉटलैंड की सीमा तक नियंत्रण करता है, 2002 में शुरू किया गया था। इसे लॉकहीड मार्टिन कॉर्पोरेशन के सहयोग से तैयार किया गया था और इसका उद्देश्य सालाना 30 लाख उड़ानों के संचालन की क्षमता विकसित करना था, जो शुरुआत में 20 लाख थी।