उत्तर प्रदेश के अगले मुख्य सचिव को लेकर फैसला आज (गुरुवार) सामने आ सकता है। मौजूदा मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह के कार्यकाल को लेकर बुधवार भर शासन और नौकरशाही हलकों में चर्चाएं तेज रहीं। यह अब भी स्पष्ट नहीं है कि उन्हें सेवा विस्तार मिलेगा या कोई नया अधिकारी उनकी जगह लेगा, क्योंकि केंद्र सरकार की ओर से अब तक कोई आधिकारिक सूचना नहीं आई है।
गौरतलब है कि मनोज कुमार सिंह को 30 जून 2024 को राज्य का मुख्य सचिव नियुक्त किया गया था और वे आज सेवानिवृत्त हो रहे हैं। राज्य सरकार ने उन्हें एक वर्ष का सेवा विस्तार देने के लिए जुलाई के पहले सप्ताह में केंद्र को प्रस्ताव भेजा था। इससे पहले भी केंद्र सरकार ने पूर्व मुख्य सचिव अनूप चंद्र पांडेय और दुर्गा शंकर मिश्रा को विस्तार दिया था।
मनोज कुमार सिंह को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विश्वस्त अधिकारियों में गिना जाता है। ऐसे में उन्हें विस्तार मिलने की संभावना को लेकर अटकलें लगाई जा रही हैं। दिलचस्प बात यह है कि अब तक जिन मुख्य सचिवों को सेवा विस्तार मिला है, उनके आदेश केंद्र से सेवानिवृत्ति के दिन ही आए हैं। यही कारण है कि प्रदेश की नौकरशाही और राजनीतिक हलकों की निगाहें गुरुवार को केंद्र की ओर टिकी हैं।
यदि मनोज कुमार सिंह को विस्तार नहीं मिलता, तो सरकार को नए मुख्य सचिव की नियुक्ति करनी होगी। ऐसे में तीन वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों के नामों की चर्चा है—मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव एस.पी. गोयल, केंद्र सरकार में सेवाएं दे रहे देवेश चतुर्वेदी और वर्तमान में अपर मुख्य सचिव वित्त एवं कृषि उत्पादन आयुक्त दीपक कुमार।