कानपुर के बड़े चौराहे से सोमवार शाम को दो मासूम भाइयों का अपहरण कर लिया गया। इनमें छह साल का बड़ा भाई बाद में शिवराजपुर में संदिग्ध हालात में मिला, जबकि डेढ़ साल के छोटे भाई को 1.60 लाख रुपये में उन्नाव के एक दंपती को बेच दिया गया। पुलिस ने करीब 70 से अधिक सीसीटीवी फुटेज खंगालने के बाद एक महिला और उसके साथी को गिरफ्तार कर लिया है। बच्चे को खरीदने वाली महिला से भी पूछताछ जारी है।
जानकारी के मुताबिक, बड़ा चौराहा क्षेत्र में रंग बेचने वाली जीनत और फेरी लगाने वाले शरीफ के बेटे फरीद (6) और शादाब (1.5) सोमवार शाम लापता हो गए। परिजनों ने काफी तलाश की, लेकिन दोनों का कोई सुराग नहीं मिला। मंगलवार दोपहर फरीद शिवराजपुर बाजार में मिला, जिसे स्थानीय दुकानदारों ने पुलिस के हवाले किया। पूछताछ में फरीद ने अपहरण करने वाले महिला-पुरुष के बारे में जानकारी दी।
कोतवाली पुलिस और शिवराजपुर पुलिस ने मिलकर 70 से अधिक सीसीटीवी कैमरे खंगाले। फुटेज में एक स्कूटी पर महिला, पुरुष और दोनों बच्चे नजर आए। स्कूटी के नंबर के आधार पर पुलिस ने चकेरी क्षेत्र की जूली रानी कुशवाहा को गिरफ्तार किया। जांच में सामने आया कि जूली ने शादाब को उन्नाव की एक महिला को डेढ़ लाख रुपये में बेच दिया था। बताया गया कि खरीदार महिला की शादी को 13 वर्ष हो चुके हैं और उसकी कोई संतान नहीं है।
पुलिस अब महिला के साथी युवक की तलाश कर रही है, जबकि उन्नाव की महिला से भी पूछताछ की जा रही है।