ओडिशा में उस समय विवाद खड़ा हो गया जब चीनी ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म अलीएक्सप्रेस पर भगवान जगन्नाथ की तस्वीर वाले पायदान की बिक्री का मामला सामने आया। इस पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए राज्य की उपमुख्यमंत्री पार्वती परिदा ने इस कृत्य को अत्यंत आपत्तिजनक करार दिया और कंपनी से सार्वजनिक माफी की मांग की।
उपमुख्यमंत्री परिदा ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा कि भगवान जगन्नाथ हर ओडिया के हृदय और आत्मा से जुड़े हैं। ऐसे में उनकी तस्वीर वाले पायदान को बेचना न केवल अपमानजनक है, बल्कि करोड़ों श्रद्धालुओं की धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाने वाला भी है। उन्होंने कंपनी से इसे तुरंत हटाने और माफी मांगने की मांग की।
विवाद बढ़ने के बाद अलीएक्सप्रेस ने कांग्रेस विधायक सोफिया फिरदौस की पोस्ट पर जवाब देते हुए कहा कि उक्त उत्पाद को उनके मंच से हटा दिया गया है। कंपनी ने प्रतिक्रिया देते हुए लिखा—”आपकी रिपोर्ट का हम सम्मान करते हैं। समीक्षा के बाद उत्पाद हटा दिया गया है। आपके सुझाव हमारे प्लेटफॉर्म को अधिक सुरक्षित और सम्मानजनक बनाने में मदद करते हैं।”
कांग्रेस विधायक फिरदौस ने कहा कि भगवान जगन्नाथ की पवित्र छवि को जिस वस्तु पर प्रयोग किया गया है, वह बेहद निंदनीय है और इससे करोड़ों श्रद्धालुओं की भावना आहत हुई है। उन्होंने कंपनी से तत्काल कार्रवाई और सार्वजनिक माफी की मांग की।
प्रसिद्ध रेत कलाकार और पद्मश्री सम्मान से अलंकृत सुदर्शन पटनायक ने भी इस घटना की कड़ी आलोचना की। उन्होंने लिखा, “जय जगन्नाथ। यह पूरी दुनिया में फैले श्रद्धालुओं के लिए अस्वीकार्य है। अलीएक्सप्रेस को न सिर्फ यह उत्पाद हटाना चाहिए, बल्कि भविष्य में ऐसा दोबारा न हो, इसका भरोसा भी दिलाना चाहिए।”
बीजू जनता दल के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद अमर पटनायक ने भी इस मामले पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि भगवान की छवि को एक सामान्य उत्पाद के रूप में प्रस्तुत करना न केवल अनुचित है, बल्कि आस्था का सीधा अपमान है। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए ताकि आगे इस प्रकार की घटना न दोहराई जा सके।