शहीद ऊधम सिंह शहादत दिवस पर सुनाम को 85 करोड़ की सौगात

पंजाब के संगरूर जिले के सुनाम में वीरवार को शहीद ऊधम सिंह के शहादत दिवस पर राज्यस्तरीय श्रद्धांजलि समारोह का आयोजन किया गया। इस मौके पर मुख्यमंत्री भगवंत मान, आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल और पंजाब मामलों के प्रभारी मनीष सिसोदिया ने भाग लिया।

मुख्य कार्यक्रम से पहले मुख्यमंत्री ने सुनाम विधानसभा क्षेत्र में 85 करोड़ रुपये की लागत से शुरू की जाने वाली विकास परियोजनाओं का शिलान्यास किया। श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उन्होंने कहा कि ऊधम सिंह जैसे बलिदानी आजादी की लड़ाई में प्रेरणा स्तंभ रहे हैं, लेकिन आजादी की वास्तविक अनुभूति अब भी हर घर तक नहीं पहुंच सकी है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि आम आदमी पार्टी की सरकार प्रदेश के हर नागरिक तक इस भावना को पहुंचाने का कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री ने बताया कि जल्द ही राज्य के एक हजार निजी अस्पतालों को सरकारी स्वास्थ्य बीमा योजना से जोड़ा जाएगा।

सीएम मान ने कहा कि जिस व्यक्ति ने अंग्रेज अफसर माइकल ओ’ड्वायर की हत्या कर शहादत का बदला लिया, उसी के सम्मान में विरोधी दलों से जुड़े लोगों ने कार्यक्रम किए। उन्होंने बिना नाम लिए कहा कि कुछ लोग, जो अब नशा कारोबार से जुड़े आरोपों में जेल में हैं, इन्हीं ताकतों से संबंध रखते थे। उन्होंने केंद्र सरकार को भी आड़े हाथों लिया और कहा कि स्वतंत्रता दिवस पर हर बार वही पुराना भाषण दोहराया जाता है जिसमें महंगाई और बेरोजगारी पर केवल चिंता जताई जाती है, समाधान नहीं दिए जाते।

अरविंद केजरीवाल ने भी अपने संबोधन में कहा कि आप सरकार ने प्रदेश में नशे के बड़े सरगनाओं पर शिकंजा कसकर उन्हें जेल में डाला है। उन्होंने दावा किया कि पार्टी पंजाब के समग्र विकास की दिशा में काम कर रही है, जबकि पूर्ववर्ती सरकारों ने राज्य को केवल नुकसान पहुंचाया।

कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा ने अतिथियों का स्वागत किया और समारोह में शहीद ऊधम सिंह के परिवारजनों को विशेष रूप से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा, मंत्री गुरमीत सिंह खुड़ियां, लालजीत भुल्लर, हरभजन सिंह ईटीओ, रवजोत सिंह, उपाध्यक्ष जयकृष्णन सिंह और अन्य विधायक भी मौजूद रहे।

लैंड पूलिंग नीति के विरोध के बीच आप ने दिखाई ताकत

शहीद ऊधम सिंह की 86वीं पुण्यतिथि पर आयोजित यह राज्य स्तरीय कार्यक्रम आप के शक्ति प्रदर्शन में तब्दील होता नजर आया। जहां लैंड पूलिंग नीति का विरोध जारी है, वहीं किसान बहुल इस क्षेत्र में भारी भीड़ जुटाकर पार्टी ने संकेत दिया कि उसकी नीतियों को जनसमर्थन मिल रहा है। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि यह कार्यक्रम आप सरकार द्वारा किसानों को साधने की एक रणनीति का हिस्सा था।

इस क्षेत्र में सक्रिय कई किसान संगठनों ने इस नीति का विरोध करते हुए आंदोलन की चेतावनी दी है। समारोह के दौरान दिल्ली से आए वरिष्ठ नेताओं के पहुंचने से पहले मंच पर बैठे कई कैबिनेट मंत्री तकरीबन डेढ़ घंटे तक इंतजार करते नजर आए।

केजरीवाल के भाषण से पहले खाली हुआ पंडाल

मुख्यमंत्री भगवंत मान के संबोधन के बाद जैसे ही अरविंद केजरीवाल बोलने मंच पर आए, सभा में मौजूद लोगों का एक बड़ा हिस्सा उठकर जाने लगा। सुरक्षाकर्मियों ने भीड़ को रोकने की कोशिश की, लेकिन थोड़ी ही देर में पंडाल का अधिकांश हिस्सा खाली हो गया। इसे लेकर सियासी हलकों में चर्चाएं शुरू हो गई हैं और इसे भगवंत मान की लोकप्रियता से जोड़कर देखा जा रहा है।

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