वाइस एडमिरल संजय वात्स्यायन, एवीएसएम, एनएम ने 1 अगस्त को भारतीय नौसेना के 47वें उप नौसेना प्रमुख (वीसीएनएस) के रूप में पदभार ग्रहण किया। इस अवसर पर उन्होंने राष्ट्रीय युद्ध स्मारक जाकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी और राष्ट्र सेवा में सर्वोच्च बलिदान देने वाले वीरों को नमन किया।
हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर जिले के हीरानगर निवासी वाइस एडमिरल वात्स्यायन को भारतीय नौसेना में तीन दशक से अधिक का अनुभव प्राप्त है। उनके सेवा काल में उन्होंने कई प्रमुख युद्धपोतों जैसे आईएनएस विभूति, आईएनएस नाशक और आईएनएस सह्याद्री की कमान संभाली है। वे पूर्वी बेड़े के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग के रूप में भी कार्य कर चुके हैं, जहां उन्होंने अनेक ऑपरेशनल तैनातियों और अभ्यासों का सफल नेतृत्व किया।
उन्होंने नौसेना में कई रणनीतिक और नीतिगत जिम्मेदारियां भी निभाई हैं, जिनमें सहायक नौसेनाध्यक्ष (नीति एवं योजनाएं), राष्ट्रीय रक्षा अकादमी के उप कमांडेंट, और पूर्वी नौसेना कमान के चीफ ऑफ स्टाफ जैसे महत्वपूर्ण पद शामिल हैं। हाल ही में वे एकीकृत रक्षा स्टाफ में संचालन और नीति, योजना व बल विकास के उप प्रमुख के रूप में सेवारत थे।
उन्हें वर्ष 2021 में अति विशिष्ट सेवा पदक से सम्मानित किया गया था। उनका कॅरियर भारतीय नौसेना तथा देश के युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है। वाइस एडमिरल वात्स्यायन का मानना है कि उनकी सफलता के पीछे उनके परिवार का निरंतर सहयोग रहा है। उनकी पत्नी सरिता वात्स्यायन और दो बच्चे उनके साथ हैं।
उप नौसेना प्रमुख के रूप में वे नौसेना की रणनीतिक दिशा तय करने और भविष्य के लिए मजबूत नींव तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।