समस्तीपुर जिले के मोहनपुर स्थित तिरंगा भवन में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की जिला इकाई द्वारा आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन में केंद्र और राज्य सरकारों की नीतियों की कड़ी आलोचना की गई। वक्ताओं ने आरोप लगाया कि समस्तीपुर सहित पूरे बिहार में “महाजंगलराज” व्याप्त है, जिसे खत्म कर बहुजन समाज की सरकार बनाना समय की जरूरत है।
संविधान बचाने का लिया संकल्प
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि और बिहार के केंद्रीय प्रभारी अनिल कुमार ने कहा कि देश आज एक संवेदनात्मक संकट के दौर से गुजर रहा है, जहां संविधान की आत्मा को कुचला जा रहा है। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह सम्मेलन केवल संगठन को सशक्त करने के लिए नहीं, बल्कि संविधान की मूल भावना की रक्षा का संकल्प है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि वे जन-जन तक जाकर संविधान विरोधी प्रवृत्तियों के खिलाफ जागरूकता फैलाएं।
दलितों से वादाखिलाफी पर सरकार को घेरा
अनिल कुमार ने दलितों को तीन डिसमिल भूमि देने के सरकार के पुराने वादे को याद दिलाते हुए पूछा कि वह ज़मीन आखिर कहां गई? उन्होंने इसे एक “संस्थागत छलावा” करार देते हुए कहा कि दलितों, पिछड़ों और वंचितों को केवल चुनावी समय पर याद किया जाता है, लेकिन जब उनके हकों की बात आती है तो सरकारें चुप्पी साध लेती हैं।
घोषणाओं तक सीमित रह गई योजनाएं
‘जल-जीवन-हरियाली’, ‘सात निश्चय’ और ‘दलित उत्थान’ जैसी योजनाओं पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि ये केवल कागजों पर सजी हैं, जबकि जमीनी स्तर पर समस्तीपुर के गांव आज भी जल संकट, बाढ़ और जलजमाव जैसी समस्याओं से जूझ रहे हैं। उन्होंने इसे प्रशासनिक विफलता बताया।
बसपा को बताया सामाजिक आंदोलन
केंद्रीय प्रभारी उमाशंकर गौतम और प्रदेश अध्यक्ष शंकर महतो ने अपने संबोधन में कहा कि बसपा केवल एक राजनीतिक दल नहीं, बल्कि सामाजिक परिवर्तन का आंदोलन है। गौतम ने कहा कि अब समय आ गया है जब दलितों, पिछड़ों और शोषितों को अपने अधिकारों की रक्षा के लिए संगठित होकर आगे आना होगा।
स्थानीय मुद्दों पर फोकस
सम्मेलन में रत्नेश्वर राम, राजेश राम, राजू राम, कुशेश्वर दास, कुणाल कुमार और जनार्दन राम जैसे स्थानीय नेताओं ने जिले की समस्याओं पर प्रकाश डालते हुए अफसरशाही और भ्रष्टाचार को विकास योजनाओं में सबसे बड़ी बाधा बताया।
हर सीट पर उतरने की रणनीति घोषित
कार्यक्रम के अंत में एक प्रस्ताव पारित कर घोषणा की गई कि बसपा समस्तीपुर जिले की सभी विधानसभा सीटों से चुनाव लड़ेगी और संविधान विरोधी ताकतों का लोकतांत्रिक तरीके से मुकाबला करेगी। साथ ही गांव-गांव में संविधान जागरूकता अभियान चलाकर आम जनता को डॉ. भीमराव अंबेडकर द्वारा प्रदत्त अधिकारों की जानकारी दी जाएगी।