भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने सहारनपुर में समाजवादी पार्टी द्वारा चलाई जा रही ‘पीडीए पाठशाला’ में बच्चों को पढ़ाए जा रहे पाठ्य सामग्री पर कड़ी आपत्ति जताई है। उन्होंने आरोप लगाया कि बच्चों को ‘ए फॉर अखिलेश यादव’ और ‘डी फॉर डिंपल यादव’ जैसे उदाहरण देकर शिक्षा के नाम पर राजनीतिक विचारधारा थोपने की कोशिश की जा रही है, जो पूरी तरह अनुचित है।
भूपेंद्र चौधरी ने इस पहल को शिक्षा के बजाय ‘राजनीतिक ब्रेनवॉश’ की संज्ञा दी और कहा कि बच्चों की मासूम मानसिकता को राजनीतिक रंग देना लोकतंत्र और शिक्षा दोनों के लिए खतरनाक है। उन्होंने चेतावनी दी कि भाजपा इस तरह की प्रवृत्तियों के खिलाफ हर स्तर पर विरोध करेगी और बच्चों की शिक्षा को राजनीति से दूर रखने के लिए प्रतिबद्ध है।
‘परिवारवाद से नहीं निकल पा रही सपा’
भाजपा नेता ने कहा कि समाजवादी पार्टी का ध्यान आज भी केवल अपने परिवार तक सीमित है। उन्होंने सवाल उठाया कि अगर वाकई सपा को बच्चों के भविष्य की चिंता होती, तो उन्हें देश के महापुरुषों और प्रेरणास्रोत व्यक्तित्वों से अवगत कराया जाता, न कि पार्टी नेताओं के नाम से वर्णमाला सिखाई जाती।
उन्होंने आगे कहा कि बच्चों की शिक्षा में इस तरह की राजनीतिक घुसपैठ सपा की विकृत सोच को दर्शाती है। शिक्षा को राजनीति से अलग रखना जरूरी है, ताकि बच्चे निष्पक्ष सोच और तार्किक दृष्टिकोण के साथ आगे बढ़ सकें।
योगी सरकार में शिक्षा व्यवस्था में आया सुधार
भूपेंद्र चौधरी ने सपा सरकार के कार्यकाल को निशाने पर लेते हुए कहा कि उस दौरान प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था जर्जर हो गई थी—स्कूलों में शिक्षकों की भारी कमी थी, भवन खस्ताहाल थे और नकल माफिया का दबदबा बना हुआ था। उन्होंने दावा किया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय सुधार हुआ है और आज उत्तर प्रदेश में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा व्यवस्था की ओर ठोस कदम बढ़ाए जा रहे हैं।