राजस्थान के अजमेर स्थित तारागढ़ क्षेत्र में वन विभाग की भूमि पर किए गए अवैध निर्माणों के खिलाफ शुक्रवार को प्रशासन ने बड़ा अभियान चलाया। सुबह से ही जिला प्रशासन, पुलिस और वन विभाग की टीमों ने इलाके में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू कर दी। यह अभियान विशेष रूप से जंगल क्षेत्र में बनी दुकानों को हटाने के लिए चलाया जा रहा है।
एसपी वंदिता राणा ने दी जानकारी
अजमेर की पुलिस अधीक्षक वंदिता राणा ने बताया कि तारागढ़ की पहाड़ियों पर वन भूमि पर लगभग 200 दुकानें अवैध रूप से बनाई गई थीं। इन्हें हटाने के लिए बड़ी संख्या में सुरक्षा बल तैनात किया गया है। इस अभियान का मकसद वन क्षेत्र को अतिक्रमण से मुक्त कराना है।
इलाके को छावनी में बदला, भारी फोर्स तैनात
प्रशासन ने अभियान को शांतिपूर्ण ढंग से संचालित करने के लिए इलाके को सुरक्षा घेरे में ले लिया है। करीब 900 पुलिसकर्मी, 250 वन विभाग के अधिकारी-कर्मचारी और 150 मजदूर मौके पर मौजूद हैं। कई दुकानदारों ने बुलडोज़र चलने से पहले ही अपनी दुकानें खाली कर दीं।
SDRF और सिविल डिफेंस की तैनाती
किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए एसडीआरएफ (SDRF) और सिविल डिफेंस की टीमें भी मौके पर मौजूद हैं। साथ ही आम लोगों और मीडिया की क्षेत्र में आवाजाही फिलहाल रोक दी गई है।
कार्रवाई से जुड़ा पृष्ठभूमि
राज्य सरकार अवैध निर्माणों के खिलाफ लगातार अभियान चला रही है। तारागढ़ में कई दुकानदारों ने न्यायालय से स्थगन आदेश ले रखा है। ऐसे मामलों को छोड़कर अन्य अतिक्रमणों पर कार्रवाई की जा रही है। प्रशासन ने पूरे क्षेत्र को छह ज़ोन में बांटा है और अभियान के दौरान आवश्यक सुविधाओं जैसे चिकित्सा किट, हेलमेट और पीने के पानी की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है।