उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले में रविवार सुबह हुई तेज बारिश के कारण एक कच्चा मकान अचानक ढह गया, जिसमें दबकर मां और बेटी की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि एक अन्य बेटी गंभीर रूप से घायल हो गई। हादसे के बाद प्रशासन और पुलिस ने मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया और मलबे में फंसे तीनों को बाहर निकालकर अस्पताल पहुंचाया। जहां डॉक्टरों ने मां और एक बेटी को मृत घोषित कर दिया।
यह घटना मंझनपुर थाना क्षेत्र के बहादुरपुर गांव की है, जहां महाराजदीन रैदास अपने परिवार के साथ एक कच्चे मकान में रहते थे। लगातार बारिश के कारण मकान अचानक गिर पड़ा, जिसकी चपेट में उनकी पत्नी प्रेमा देवी और दो बेटियां — 19 वर्षीय साधना और 17 वर्षीय आराधना — आ गईं। हादसे की आवाज सुनते ही गांव में हड़कंप मच गया और ग्रामीणों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी।
रेस्क्यू कर अस्पताल पहुंचाया गया, मां-बेटी नहीं बच सकीं
सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची और ग्रामीणों की मदद से मलबा हटाकर तीनों को बाहर निकाला गया। एंबुलेंस के जरिए सभी को मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने प्रेमा देवी और उनकी बेटी साधना को मृत घोषित कर दिया। वहीं, आराधना की हालत गंभीर बनी हुई है और उसका इलाज जारी है। पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार सिंह भी अस्पताल पहुंचे और परिजनों से जानकारी ली।
ग्रामीण बोले—मिल गया होता आवास, तो बच सकती जान
घटना के बाद गांव में शोक का माहौल है। ग्रामीणों का कहना है कि अगर इस परिवार को सरकारी आवास योजना का लाभ मिल गया होता तो शायद ये हादसा टल सकता था। कच्चे मकान में रहने की मजबूरी ने दो लोगों की जान ले ली और एक बेटी जीवन के लिए संघर्ष कर रही है। पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर आगे की कानूनी प्रक्रिया शुरू कर दी है।