अमरोहा के प्रतिष्ठित हाशमी ग्रुप के चेयरमैन डॉ. सिराजुद्दीन हाशमी और उनके परिवार को जान से मारने की धमकी देकर दो करोड़ रुपये की रंगदारी मांगने का मामला सामने आया है। प्रारंभिक जांच में इस धमकी के तार कुख्यात लॉरेंस बिश्नोई गिरोह से जुड़े होने की बात कही जा रही है। पुलिस ने केस दर्ज कर जांच दरोगा से नगर इंस्पेक्टर पंकज तोमर को सौंप दी है।
बताया गया है कि 30 जुलाई से 1 अगस्त के बीच महज 48 घंटों में तीन बार एक ही अंतरराष्ट्रीय नंबर से कॉल आई। कॉल पुर्तगाल के नंबर (+351920058923) से की गई थी। पहले कॉल डॉ. सिराजुद्दीन हाशमी और उनके भाइयों के मोबाइल पर की गई, लेकिन वह रिसीव नहीं हो सकी। इसके बाद उसी नंबर से उनके बेटे डॉ. बुरहानुद्दीन हाशमी को फोन आया, जिसके थोड़ी देर बाद व्हाट्सएप पर धमकी भरे मैसेज भेजे गए।
संदेश में दो करोड़ रुपये की मांग की गई थी और रकम न देने पर गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी दी गई थी। धमकी देने वाले ने खुद को ‘लॉरेंस बिश्नोई गैंग’ के रोहित गोदारा का छोटा भाई ‘राहुल’ बताते हुए संदेश भेजा।
इस घटना के बाद हाशमी परिवार में दहशत का माहौल है। डॉ. सिराजुद्दीन और उनके बेटे ने फिलहाल घर से बाहर निकलना बंद कर दिया है। शुक्रवार को दोनों ने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से मुलाकात कर सुरक्षा की मांग की। एसपी अमित कुमार आनंद ने उन्हें विश्वास दिलाया कि पुलिस हरसंभव सहायता उपलब्ध कराएगी।
नगर कोतवाली में इस मामले में अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ धमकी और रंगदारी के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई है। इसके साथ ही साइबर थाना पुलिस भी सक्रिय है और मोबाइल नंबर के आईपी ऐड्रेस के आधार पर लोकेशन ट्रेस करने का प्रयास किया जा रहा है। चूंकि धमकी व्हाट्सएप कॉल के माध्यम से दी गई थी, इसलिए संबंधित कंपनी से तकनीकी जानकारी भी मांगी गई है।
एसपी अमित कुमार आनंद ने बताया कि इस केस में तीन विशेष टीमें बनाई गई हैं। उन्होंने बताया कि धमकी देने वाले ने शनिवार को दोपहर 2 बजे दोबारा कॉल करने का दावा किया था, लेकिन निर्धारित समय पर कॉल नहीं आई। जब हाशमी परिवार की ओर से उस नंबर पर संपर्क किया गया तो फोन बंद मिला।
पुलिस का दावा है कि जल्द ही आरोपी की पहचान कर उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा।