कुल्लू के नोनू गांव में भूस्खलन से तबाही, तीन मकान क्षतिग्रस्त, सेब के सैकड़ों पेड़ भी प्रभावित

हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले के निरमंड क्षेत्र की कुशवा पंचायत के अंतर्गत आने वाले नोनू गांव में रविवार तड़के भारी भूस्खलन हुआ, जिससे इलाके में भारी नुकसान हुआ है। यह घटना रात करीब 3 बजे की बताई जा रही है।

भूस्खलन के चलते गांव के तीन आवासीय मकान मलबे की चपेट में आ गए हैं। इन घरों में चरणदास, सुरजीत और राजीव कुमार अपने परिवारों के साथ रहते थे। सौभाग्यवश इस हादसे में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।

राजीव कुमार के सेब के बगीचे को भी इस भूस्खलन से भारी क्षति पहुंची है। उनके लगभग 3,500 से अधिक फलदार पेड़ नष्ट हो गए हैं। मौके पर नुकसान का जायजा लेने के लिए प्रशासन और राजस्व विभाग की टीम रवाना कर दी गई है।

एसडीएम निरमंड, मनमोहन सिंह ने पुष्टि की है कि भूस्खलन से कई घरों में मलबा घुस गया है और बागवानी को गंभीर नुकसान पहुंचा है। स्थिति की निगरानी के लिए संबंधित विभागों को आवश्यक निर्देश दिए गए हैं।

मनाली में शिक्षण संस्थान बंद, राज्य में  310 सड़कें बाधित
उधर, भारी बारिश के अलर्ट के कारण मनाली उपमंडल के सभी शिक्षण संस्थानों में आज अवकाश घोषित किया गया है। क्षेत्र में लगातार जारी बारिश के चलते लोगों की दुश्वारियां बढ़ गई है। राज्य में सोमवार सुबह 10:00 बजे तक एक नेशनल हाईवे सहित 310 सड़कें बाधित रहीं। 113 बिजली ट्रांसफार्मर व 236 जल आपूर्ति योजनाएं भी प्रभावित हैं। मंडी जिले में सबसे अधिक 171 सड़कें बाधित हैं। चंबा में 88 व कांगड़ा जिले में  60 जल आपूर्ति योजनाएं भी ठप हैं। 

जागर नाला उफान पर, हाईवे के साथ 9 मील में बसे 13 परिवारों ने डर के साए में गुजारी रात
भारी बारिश ने पड़ोह क्षेत्र के हाईवे के साथ बसे लोअर 9 मील में दहशत का माहौल पैदा कर दिया। उफान पर आए जागर नाले में कारण 10:00 बजे चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे पूरी तरह से बंद हो गया। नाले से बडे़-बड़े पत्थर हाईवे पर आ गए जिससे हाईवे के नीचे बना पानी का कलवर्ट बंद हो गया। पानी का बहाव मुड़कर लोअर 9 मील की ओर हो गया। इससे लोअर 9 मील में 13 परिवारों ने पूरी रात डर के साए में काटी। हालांकि, एनएच को रात करीब 11:00 बजे के आसपास मार्ग को अस्थायी रूप से बहाल किया गया, जिसके बाद कुछ हद तक लोगों ने राहत की सांस ली।  9 मील निवासी सूरत राम ने बताया कि 2023 से ही इस नाले की ये स्थिति बनी हुई है। उन्होंने डीसी मंडी से अपील की है कि जागर नाले में मौजूद बड़े पत्थर को जल्द से जल्द तोड़ा जाए ताकि नाले का बहाव अवरुद्ध न हो। इसके साथ ही लोगों ने नाले पर बनी सड़क की पुलिया को पूरी तरह से साफ करने का अनुरोग किया है।  स्थानीय सूरत राम व अन्य गांववासियों ने प्रशासन से मांग की है कि इस संवेदनशील क्षेत्र में स्थायी समाधान किया जाए।

भरमौर-पठानकोट हाईवे पर परिहार के समीप दरकी पहाड़ी
भरमौर-पठानकोट हाईवे परिहार के समीप पहाड़ी दरकने से यातायात के लिए बंद पड़ गया। हाईवे पर भूस्खलन से वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। इस कारण चंबा से पठानकोट, शिमला, कांगड़ा जाने वाले लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा।   वहीं बाहरी जिलों, राज्यों से आने वाली बसों के पहिये भी थम गए। सूचना मिलने के बाद बनीखेत और चंबा की ओर से हाईवे प्रबंधन की मशीनरी मौके के लिए रवाना हुई। हाईवे प्रबंधन चंबा मंडल के अधिशासी अभियंता मीत कुमार ने बताया कि हाईवे बहाल किया जा रहा। 

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