टीएमसी में बढ़ा अंदरूनी तनाव, कल्याण बनर्जी ने मुख्य सचेतक पद छोड़ा

तृणमूल कांग्रेस में आंतरिक मतभेद एक बार फिर सतह पर आ गए हैं। पार्टी के वरिष्ठ सांसद कल्याण बनर्जी ने लोकसभा में मुख्य सचेतक पद से इस्तीफा दे दिया है। उनका कहना है कि सांसदों के बीच समन्वय की कमी के लिए उन्हें अनुचित रूप से जिम्मेदार ठहराया जा रहा है, जबकि कई सांसद संसद सत्रों में मुश्किल से ही दिखाई देते हैं।

इससे पहले, पार्टी प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक वर्चुअल बैठक में संसदीय दल के समन्वय पर नाराजगी जाहिर की थी। बैठक के बाद कल्याण बनर्जी ने कहा, “मैंने मुख्य सचेतक का पद इसलिए छोड़ा है क्योंकि दीदी ने कहा कि सांसदों के बीच तालमेल नहीं है और इसके लिए मैं दोषी हूं। यह मेरे लिए अपमानजनक है।”

भावुक होकर उन्होंने कहा कि उन्हें पीड़ा इस बात की है कि अनुशासनहीनता और अनुपस्थिति के लिए जिम्मेदार व्यक्तियों के बजाय उन्हें ही दोषी ठहराया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि एक सहकर्मी सांसद द्वारा अपमान किए जाने के बाद भी पार्टी ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।

कल्याण बनर्जी ने यह भी कहा कि वह राजनीति से संन्यास लेने पर विचार कर रहे हैं। हालांकि, पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने उन्हें कुछ दिन और पद पर बने रहने का अनुरोध किया है और 7 अगस्त को इस विषय पर बैठक प्रस्तावित है।

सीएम ममता बनर्जी ने सांसदों की अनुपस्थिति पर जताई चिंता

वर्चुअल बैठक के दौरान ममता बनर्जी ने सख्त लहजे में कहा कि पार्टी द्वारा नामित कई सांसद संसद में उपस्थिति दर्ज नहीं कराते। उन्होंने दक्षिण कोलकाता, बांकुड़ा, उत्तर कोलकाता और बैरकपुर जैसे क्षेत्रों के सांसदों की उपस्थिति पर सवाल उठाया और पार्टी में गुटबाजी को अस्वीकार्य बताया। उन्होंने कहा कि संसद में एकजुटता की आवश्यकता है।

महुआ मोइत्रा से विवाद बना टकराव की वजह

बताया जा रहा है कि कृष्णानगर की सांसद महुआ मोइत्रा के साथ कल्याण बनर्जी का हालिया विवाद पार्टी में तनाव का कारण बना। इसके साथ ही सांसद कीर्ति आजाद से जुड़े विवाद ने भी नेतृत्व को असहज किया है, जिससे फ्लोर मैनेजमेंट टीम में बदलाव की संभावनाएं और प्रबल हो गई हैं।

अभिषेक बनर्जी को मिली नई जिम्मेदारी

इस बीच, ममता बनर्जी ने लोकसभा में पार्टी के नेता के रूप में अभिषेक बनर्जी को नियुक्त किया है। चूंकि सुदीप बंदोपाध्याय अस्वस्थ हैं और उनका इलाज चल रहा है, ऐसे में पार्टी ने सर्वसम्मति से यह फैसला लिया। ममता बनर्जी ने सोशल मीडिया पर कहा कि वे सुदीप दा के जल्द स्वस्थ होने की कामना करती हैं और उनके अनुभव से मार्गदर्शन की अपेक्षा करती हैं।

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