देश के कई हिस्सों में एक बार फिर से सक्रिय हुआ मानसून लोगों की दिनचर्या पर असर डाल रहा है। उत्तर प्रदेश के कई जिलों में तेज बारिश और बाढ़ जैसी स्थिति के कारण जनजीवन प्रभावित हो गया है। सुरक्षा के मद्देनज़र जिला प्रशासन ने कई जगहों पर स्कूल और कॉलेजों को अस्थायी रूप से बंद करने के निर्देश दिए हैं। यह आदेश सख्ती से लागू करने को कहा गया है, जिसका असर प्रयागराज, सीतापुर, अलीगढ़, जालौन और लखीमपुर खीरी सहित कई जिलों में देखने को मिल रहा है।
पिछले कुछ दिनों से प्रयागराज, सीतापुर, जालौन, अलीगढ़, कानपुर और लखीमपुर खीरी में रुक-रुक कर बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने आगामी दिनों में इन क्षेत्रों में भारी वर्षा की संभावना जताई है। प्रयागराज में स्थिति गंभीर है जहां गंगा का जलस्तर मोहल्लों तक पहुंच चुका है और कई स्थानों पर पानी भर गया है। इसी को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने 5 से 7 अगस्त तक जिले के सभी स्कूलों को बंद रखने का निर्णय लिया है।
कक्षा 12वीं तक के स्कूलों पर लागू आदेश
जालौन और लखीमपुर खीरी में 5 और 6 अगस्त को प्री-प्राइमरी से 8वीं तक के स्कूलों में अवकाश घोषित किया गया है। यह आदेश सभी सरकारी, सहायता प्राप्त, मान्यता प्राप्त और निजी स्कूलों पर लागू होगा। अलीगढ़, सीतापुर और कानपुर में भी 5 अगस्त को मौसम की स्थिति को देखते हुए स्कूलों को बंद रखने का निर्णय लिया गया है।
अन्य जिलों में भी बंद रहेंगे स्कूल
सीतापुर में कक्षा 1 से 8 तक और अलीगढ़ व कानपुर में नर्सरी से लेकर कक्षा 12 तक के सभी स्कूलों को एक दिन के लिए बंद किया गया है। इसी तरह वाराणसी में भी 5 और 6 अगस्त को 12वीं तक के स्कूल बंद रहेंगे। इसके अलावा लखनऊ, अयोध्या, अमेठी, रायबरेली, मिर्जापुर, बाराबंकी, भदोही, बरेली, मुरादाबाद, गाजीपुर, संभल, अंबेडकर नगर, चित्रकूट, बांदा, एटा, रामपुर, बदायूं, बहराइच और अमरोहा में भी शैक्षणिक संस्थानों को बंद करने का फैसला लिया गया है।
बारिश के चलते जलभराव, कीचड़ और टूटी सड़कों की वजह से विद्यार्थियों के स्कूल पहुंचने में कठिनाइयां हो रही थीं। इन परिस्थितियों में छात्र-छात्राओं की सुरक्षा को देखते हुए यह कदम उठाया गया है।