मुजफ्फरनगर में अवैध हथियारों की बड़ी खेप के साथ 14 तस्कर गिरफ्तार

मुजफ्फरनगर। भोपा थाना पुलिस ने अवैध हथियारों की तस्करी करने वाले एक संगठित गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए 14 शातिर तस्करों को दबोच लिया है। पकड़े गए आरोपी बिहार के मुंगेर से अवैध हथियार लाकर उत्तर प्रदेश और आसपास के क्षेत्रों में सप्लाई कर रहे थे। इनके पास से बड़ी संख्या में हथियार, कारतूस, नगदी और वाहन बरामद किए गए हैं। पुलिस के अनुसार, ये गिरोह आगामी पंचायत चुनावों के दौरान अवैध हथियारों की बड़ी खेप बाजार में उतारने की तैयारी कर रहा था।

पुलिस लाइन में आयोजित प्रेसवार्ता में एसएसपी संजय कुमार वर्मा ने बताया कि भोपा थाना प्रभारी ओमप्रकाश सिंह को मुखबिर से सूचना मिली थी, जिस पर कार्रवाई करते हुए गंगनहर क्षेत्र में चेकिंग अभियान चलाया गया। इसी दौरान पुलिस और तस्करों के बीच मुठभेड़ हुई, जिसमें 14 तस्करों को घेराबंदी कर गिरफ्तार कर लिया गया। मुठभेड़ के दौरान तस्करों ने पुलिस पर फायरिंग भी की थी।

बरामदगी का ब्यौरा
गिरोह के पास से पुलिस ने निम्न सामग्री बरामद की है:

  • 5 अवैध पिस्टल (.32 बोर)
  • 1 पिस्टल (9 मिमी)
  • 1 रिवॉल्वर
  • 5 तमंचे
  • 1 मस्कट
  • 1 बंदूक (12 बोर)
  • 30 जिंदा कारतूस एवं 2 खोखा कारतूस (.32 बोर)
  • एक बिना नंबर की महिंद्रा थार
  • तीन मोटरसाइकिलें
  • ₹46,000 की नगदी

गिरफ्तार अभियुक्तों की सूची

  1. फिरोज अंसारी उर्फ बंटी (ग्राम पटौली, थाना भोपा)
  2. आशु उर्फ विक्रांत (रहमतपुर, थाना भोपा)
  3. अमरीश कुमार (नई बस्ती, भोकरहेड़ी, थाना भोपा)
  4. हार्दिक कुमार (नेहरू चौक, भोकरहेड़ी, थाना भोपा)
  5. केशव (भूमिया मंदिर के पास, कस्बा भोपा)
  6. अक्षय कुमार (सुभाष चौक, भोकरहेड़ी, थाना भोपा)
  7. अमन (ग्राम बहुपुरा, थाना भोपा)
  8. मोहित कुमार (शक्तिनगर, थाना नई मंडी)
  9. रईसुद्दीन उर्फ भूरा (ग्राम बेलड़ा, थाना भोपा)
  10. गुरुमन सिंह (ग्राम जौली, थाना भोपा)
  11. सलमान (जौली, थाना भोपा)
  12. संजीव कुमार (मुनीम कॉलोनी, थाना नई मंडी)
  13. हर्ष कश्यप (रामनगर, थाना गंगनहर, रुड़की हरिद्वार)
  14. मोनू उर्फ हिमांशु (ग्राम छछरौली, मोरना, थाना भोपा)

पुलिस पूछताछ में हुए अहम खुलासे
पकड़े गए आरोपियों ने बताया कि वे बिहार के मुंगेर सहित अन्य स्थानों से अवैध हथियार मंगाकर मुजफ्फरनगर और आसपास के जिलों में सप्लाई करते थे। यह सारा नेटवर्क फिरोज अंसारी के नेतृत्व में एक संगठित रूप में संचालित होता था। सौदे अधिकतर एडवांस भुगतान के आधार पर होते थे और ग्राहक की मांग के अनुसार हथियार पहुंचाए जाते थे।

एसएसपी के अनुसार, गिरोह के कई सदस्य शिक्षित हैं, जिनमें कुछ स्नातक और नौकरीपेशा भी शामिल हैं। लेकिन जल्दी पैसे कमाने की लालच में इन्होंने अपराध का रास्ता चुन लिया। मुख्य सरगना फिरोज अंसारी बीएससी पास है और उस पर पहले भी गंभीर मामले दर्ज हैं। पुलिस अब इनके आपराधिक इतिहास की बारीकी से जांच कर रही है, साथ ही हथियारों की खरीद-फरोख्त से जुड़ी और कड़ियों को भी खंगाला जा रहा है।

इनामी घोषणा
इस सराहनीय कार्रवाई में शामिल पुलिस टीम को एसएसपी ने ₹25,000 के पुरस्कार से सम्मानित करने की घोषणा की है।

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