ग्राम विकास को लेकर प्रधानों व पंचायत कर्मियों को दिया गया तकनीकी प्रशिक्षण

मुजफ्फरनगर। केंद्र सरकार के पंचायती राज मंत्रालय द्वारा जारी किए गए नए पोर्टल वर्जन को लेकर ग्राम पंचायत स्तर पर जागरूकता और दक्षता बढ़ाने के उद्देश्य से सोमवार को ब्लॉक स्तर पर विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस प्रशिक्षण में क्षेत्र के सभी ग्राम प्रधानों, पंचायत सचिवों और पंचायत सहायकों को भागीदारी के लिए आमंत्रित किया गया।

कार्यक्रम का नेतृत्व कर रहे एडीओ पंचायत धर्म सिंह ने बताया कि ‘पंचायत एडवांसमेंट सूचकांक’ एक ऐसा प्रभावी उपकरण है, जिसके माध्यम से भारत की ग्राम पंचायतों को सशक्त बनाने और सतत विकास की ओर अग्रसर करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह पोर्टल विकास की दिशा में एक मापदंड के रूप में कार्य करेगा, जो ग्राम स्तर पर योजनाओं की प्रगति को आँकने में मददगार साबित होगा।

धर्म सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वक्तव्यों का हवाला देते हुए कहा कि जब तक भारत के गांव आत्मनिर्भर और समृद्ध नहीं बनते, तब तक देश का समग्र विकास अधूरा रहेगा। इसी सोच को आगे बढ़ाते हुए पंचायती राज मंत्रालय ने वर्ष 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र के रूप में स्थापित करने के लक्ष्य की दिशा में यह महत्वपूर्ण कदम उठाया है।

प्रशिक्षण में शामिल रहे ये विषय
कार्यक्रम के दौरान अधिकारियों ने नौ प्रमुख क्षेत्रों पर विस्तार से जानकारी दी, जो ग्राम विकास की दिशा में अहम माने जाते हैं। इनमें शामिल हैं:

  • गरीबी उन्मूलन एवं आजीविका संवर्धन
  • बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं से युक्त गांव
  • बच्चों के अनुकूल वातावरण वाला गांव
  • समुचित जल आपूर्ति से युक्त गांव
  • स्वच्छ, हरित और प्रदूषण मुक्त गांव
  • सामाजिक सुरक्षा युक्त ग्राम व्यवस्था
  • पर्याप्त प्रकाश व्यवस्था वाला गांव
  • महिलाओं के लिए अनुकूल व सशक्त ग्राम वातावरण

प्रशिक्षण के माध्यम से पंचायत प्रतिनिधियों को इन विषयों पर व्यवहारिक जानकारी और डिजिटल संसाधनों के बेहतर उपयोग के बारे में मार्गदर्शन दिया गया।

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