मुजफ्फरनगर। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुजफ्फरनगर को स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित करने की घोषणा की है। यह फैसला सहारनपुर मंडल के विकास कार्यों की समीक्षा बैठक के दौरान लिया गया, जिसमें कौशल विकास राज्य मंत्री कपिल देव अग्रवाल के प्रस्ताव को मुख्यमंत्री ने मंजूरी प्रदान की।
बैठक के दौरान लोक निर्माण, नगर विकास, पर्यटन और कानून-व्यवस्था से जुड़े विषयों की विस्तार से समीक्षा की गई। बैठक में सहारनपुर मंडल के सभी जनप्रतिनिधि मौजूद रहे और उन्होंने क्षेत्रीय विकास से संबंधित कई योजनाओं के प्रस्ताव मुख्यमंत्री को सौंपे।
मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने बताया कि मुजफ्फरनगर को प्रदेश के अन्य नगर निगमों की तर्ज पर आधुनिक सुविधाओं से लैस स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित किया जाएगा। इस परियोजना के तहत शहर की जल निकासी व्यवस्था को बेहतर बनाना, एसटीपी प्लांट लगाना, नालों व सड़कों का चौड़ीकरण करना और बिजली की लाइनें भूमिगत करना प्रमुख कार्यों में शामिल होगा।
इसके साथ ही महाभारत कालीन आस्था स्थल शुक्र तीर्थ का भी विकास प्रस्तावित है। वहां एक विशाल सभागार और संग्रहालय निर्माण की योजना बनाई जा रही है। इसके अलावा काली नदी पर एक नया पुल, टूटी सड़कों की मरम्मत और शहर के बाहर ट्रांसपोर्ट नगर की स्थापना भी परियोजना का हिस्सा है।
मंत्री ने बताया कि यह परियोजना लगभग 400 से 500 करोड़ रुपये की हो सकती है, और इसके पूरा होने में एक से दो वर्षों का समय लग सकता है। मुख्यमंत्री ने सभी संबंधित विभागों को कार्यवाही में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं।
जल्द ही जिला प्रशासन और विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक कर प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेजा जाएगा। यह जानकारी मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने अपने आवास पर आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान साझा की।