गोंडा। देहात कोतवाली क्षेत्र के बालपुर बाजार के पास सोमवार शाम गोंडा-लखनऊ नेशनल हाईवे पर एक एंबुलेंस से शव फेंककर जाम लगाने की कोशिश करने और अराजकता फैलाने के मामले में पुलिस ने समाजवादी पार्टी के जिला उपाध्यक्ष व ग्राम प्रधान समेत 14 नामजद और 20 अज्ञात लोगों पर एफआईआर दर्ज की है।
देहात कोतवाली में दी गई तहरीर के मुताबिक, लक्ष्मनपुर जाट के ग्राम प्रधान और सपा जिला उपाध्यक्ष बिंदेश्वरी पाल पर आरोप है कि उन्होंने मृतक हृदयलाल के परिजनों से संपर्क कर एंबुलेंस से शव लाते वक्त हाईवे पर प्रदर्शन की योजना बनाई थी। पुलिस को इस आशंका की जानकारी मिलते ही कई थानों की फोर्स मौके पर तैनात कर दी गई थी, लेकिन सोमवार को जैसे ही शव क्षेत्र में पहुंचा, उसे एंबुलेंस से उतारकर हाईवे पर रख दिया गया। इस दौरान घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ।
पुलिस का आरोप है कि भीड़ ने पथराव किया और आमजन की आवाजाही में बाधा उत्पन्न की। मौके पर तनाव का माहौल बन गया, जिससे आसपास की दुकानें बंद करनी पड़ीं।
एसपी विनीत जायसवाल ने बताया कि मामले में बिंदेश्वरी पाल, उनके भाई पूजाराम पाल, राजकुमार मौर्य, राजन यादव, हरीश चौहान, सूबेदार, निसार, शेषनाथ, शिवशंकर, भानु प्रकाश कोहली, शंभू, गंगा प्रसाद, राजू और लाल साहब के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। इसके अलावा 20 अज्ञात लोगों के विरुद्ध भी रिपोर्ट दर्ज की गई है। पुलिस की निगरानी में शव का अंतिम संस्कार कराया गया।
सपा नेता ने आरोपों को बताया निराधार
ग्राम प्रधान बिंदेश्वरी पाल ने आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए कहा कि उसी दिन उनकी मां का निधन हो गया था और महाभोज का कार्यक्रम था, बावजूद इसके वे पुलिस के कहने पर मौके पर पहुंचे और परिजनों को समझा-बुझाकर शांतिपूर्वक अंतिम संस्कार कराया। उन्होंने कहा कि उन्हें जानबूझकर राजनीतिक कारणों से फंसाया जा रहा है। सपा जिलाध्यक्ष अरशद हुसैन ने भी कहा कि उन्हें घटना की विस्तृत जानकारी नहीं है, लेकिन बिंदेश्वरी पाल पार्टी के जिम्मेदार पदाधिकारी हैं और घटना के समय निजी पारिवारिक शोक में थे।
घटना की पृष्ठभूमि
गांव के रहने वाले हृदयलाल पहली अगस्त को हुई मारपीट में घायल हो गए थे। इलाज के लिए उन्हें लखनऊ के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां सोमवार को उनकी मौत हो गई। शव को गांव लाते समय कुछ लोगों ने हाईवे पर जाम लगाने की कोशिश की, जिस पर पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए हालात को नियंत्रित किया।