विजय देवरकोंडा का बयान: गेमिंग एप कानूनी, बेटिंग से नहीं रहा कोई लेना-देना

तेलुगु सिनेमा के लोकप्रिय अभिनेता विजय देवरकोंडा ने ऑनलाइन गेमिंग और बेटिंग एप्स से जुड़े मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) के समक्ष 6 अगस्त को पेश होकर अपना पक्ष रखा। मीडिया से बातचीत में उन्होंने स्पष्ट किया कि उन्हें एक गेमिंग एप के प्रचार को लेकर पूछताछ के लिए बुलाया गया था, न कि किसी अवैध सट्टेबाजी एप से जुड़े मामले में।

विजय ने कहा, “मुझे लीगल गेमिंग एप्स को लेकर जानकारी देने के लिए बुलाया गया था। जांच बेटिंग एप्स से संबंधित है, लेकिन मेरा किसी अवैध प्लेटफॉर्म से कोई संबंध नहीं रहा है। सुप्रीम कोर्ट और राज्य सरकारें तय करेंगी कि किन सेवाओं को वैध माना जाए।”

गेमिंग और बेटिंग एप्स के फर्क पर दी जानकारी
अभिनेता ने यह भी बताया कि गेमिंग एप्स और बेटिंग प्लेटफॉर्म्स में फर्क होता है। उन्होंने जोर देकर कहा कि वे जिन एप्स से जुड़े रहे, वे कानूनी रूप से संचालित होती हैं और नियामक दिशानिर्देशों के अंतर्गत कार्य करती हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि यदि कोई एप कानून के अनुसार चल रही है, तो उसे अवैध कैसे कहा जा सकता है।

क्या है पूरा मामला?
प्रवर्तन निदेशालय फिलहाल कुछ ऑनलाइन बेटिंग एप्स के प्रचार से जुड़े मामलों की जांच कर रहा है। इस जांच के दायरे में अब तक 29 चर्चित हस्तियों के नाम सामने आ चुके हैं, जिनमें प्रकाश राज, राणा दग्गुबाती, निधि अग्रवाल, मंचु लक्ष्मी, अनन्या नागल्ला और टीवी एंकर श्रीमुखी शामिल हैं।

प्रकाश राज पहले ही ईडी के सामने पेश हो चुके हैं और उन्होंने कहा था कि वर्ष 2016 में उन्होंने एक गेमिंग एप के प्रचार में हिस्सा लिया था, लेकिन 2017 में एप के वास्तविक उद्देश्य की जानकारी मिलने पर उन्होंने इससे दूरी बना ली।

ईडी कर रही डिजिटल ट्रेल और लेनदेन की जांच
ईडी यह पड़ताल कर रही है कि जिन कलाकारों ने इन एप्स का प्रचार किया, उन्हें क्या यह जानकारी थी कि वे वास्तव में सट्टेबाजी से जुड़े प्लेटफॉर्म्स को प्रमोट कर रहे हैं। साथ ही, उनके बैंकिंग लेनदेन और डिजिटल रिकॉर्ड्स की भी जांच की जा रही है। सूत्रों के अनुसार, जांच केवल विज्ञापन तक सीमित नहीं है, बल्कि यह भी देखा जा रहा है कि कहीं इन प्रचारों से जनता को गुमराह कर कोई वित्तीय नुकसान तो नहीं पहुंचाया गया।

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