उत्तरकाशी के धराली क्षेत्र में भारी बारिश और भूस्खलन से क्षतिग्रस्त रास्तों को बहाल करने का कार्य तेजी से जारी है। सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के जवान लगातार मलबा हटाने और सड़कें खोलने में जुटे हैं। इस काम को गति देने के लिए भारतीय वायुसेना की मदद ली जा रही है और पोकलैंड मशीनों को हेलिकॉप्टर से प्रभावित क्षेत्रों तक पहुंचाया जा रहा है।
इन प्रमुख इलाकों में भारी नुकसान:
- मनेरी: भटवाड़ी से करीब 10 किलोमीटर पहले मनेरी में सड़क का एक हिस्सा धंस गया है। इसकी मरम्मत का कार्य शुरू हो चुका है।
- भटवाड़ी: यहां दो स्थानों पर चट्टानें गिरने से मार्ग पूरी तरह से बाधित हो गया है। जवान पहाड़ काटकर वैकल्पिक रास्ता बनाने की कोशिश कर रहे हैं।
- टूटा पुल: भटवाड़ी से 15 किलोमीटर आगे एक पुल बह गया है। बीआरओ की टीम ने पैदल मौके का निरीक्षण कर लिया है और पुनर्निर्माण की योजना पर काम शुरू हो चुका है।
- डबरानी: इस स्थान पर भी सड़क का एक बड़ा हिस्सा बह गया है। जवानों को आगे और भी क्षतिग्रस्त हिस्सों के मिलने की आशंका है।
रात भर बहाल किया रास्ता फिर धंसा
बीआरओ की टीम ने बीती रात एक जगह रास्ता खोल दिया था, लेकिन भूस्खलन के चलते वह मार्ग फिर से अवरुद्ध हो गया। चीन सीमा के समीप से पोकलैंड मशीनों को हेलिकॉप्टर से धराली भेजा जा रहा है ताकि राहत कार्यों को तेजी से अंजाम दिया जा सके। जवानों का लक्ष्य है कि प्रभावित इलाकों में जल्द से जल्द यातायात बहाल कर सामान्य जनजीवन को पुनः सुचारु किया जा सके।