उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को सम्भल ज़िले के फत्तेहपुर शरीफनगर में आयोजित एक जनसभा को संबोधित करते हुए सम्भल की धार्मिक विरासत और ऐतिहासिक महत्व को उजागर किया। उन्होंने कहा कि सम्भल भगवान विष्णु के दशम अवतार भगवान कल्कि की जन्मस्थली है, जिसका उल्लेख विष्णु पुराण और स्कंद पुराण सहित कई धर्मग्रंथों में मिलता है।
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि यह कोई विवाद का विषय नहीं है, बल्कि यह वह सत्य है, जिसे दुनिया को जानना चाहिए। उन्होंने कहा कि सम्भल जैसी धार्मिक सच्चाई को दबाने का प्रयास करने वालों को ऐसा जवाब मिलेगा, जिसे उनकी आने वाली पीढ़ियां याद रखेंगी। हमारे पास पूरे प्रमाण हैं, उन्होंने जोड़ा।
संभल में 68 पवित्र तीर्थस्थल, 19 प्राचीन कूप और 24 कोसी परिक्रमा मार्ग हुआ करता था। मगर आक्रांताओं ने इन्हें नष्ट कर दिया और कूपों पर कब्जा कर लिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि माता अहिल्याबाई होल्कर ने इन तीर्थों के पुनरोद्धार का कार्य शुरू किया था, जिसे अब डबल इंजन की सरकार आगे बढ़ा रही है।
योगी ने यह भी कहा, अगर काशी और अयोध्या जैसे तीर्थों में विकास संभव है, तो सम्भल को इससे वंचित क्यों रखा जाए? उन्होंने सम्भल के तीर्थों के पुनरुद्धार और विकास के लिए प्रतिबद्धता जताई।
कार्यक्रम स्थल पर पहुंचने के बाद मुख्यमंत्री ने कुल 658.86 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली 220 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया। इनमें सम्भल ज़िले के डीएम कार्यालय और एकीकृत आवासीय परिसर के निर्माण हेतु 155.1 करोड़ रुपये शामिल हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंच से एक बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि रक्षाबंधन (9 अगस्त) के दिन प्रदेश की सभी बहनों को मुफ्त यात्रा की सुविधा दी जाएगी। उन्होंने बताया कि उनके साथ सफर करने वाले सहयात्रियों को भी यह सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। सरकार का यह कदम महिलाओं के सम्मान और सुविधा को समर्पित है।