प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बातचीत की, जिसमें यूक्रेन विवाद पर चर्चा हुई। पीएम मोदी ने संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान के प्रति भारत के रुख को दोहराया। दोनों नेताओं ने अपनी रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत बनाने की प्रतिबद्धता जताई। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने पुतिन को इस साल के अंत में वार्षिक द्विपक्षीय शिखर सम्मेलन के लिए भारत आने का निमंत्रण भी दिया।
पीएम मोदी ने इस बातचीत की जानकारी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर साझा करते हुए लिखा कि पुतिन से उनकी लंबी और सकारात्मक चर्चा हुई। उन्होंने यूक्रेन पर ताजा घटनाक्रम साझा करने के लिए पुतिन का धन्यवाद किया और द्विपक्षीय एजेंडे में हुई प्रगति की समीक्षा की। साथ ही, भारत-रूस के विशेष और विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी को गहरा करने की प्रतिबद्धता जताई।
इस वार्ता से पहले, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने क्रेमलिन में राष्ट्रपति पुतिन से मुलाकात की, जहां दोनों पक्षों ने द्विपक्षीय सहयोग पर चर्चा की। डोभाल ने सभी क्षेत्रों में सहयोग जारी रखने की प्रतिबद्धता दोहराई। इस बैठक में भारतीय राजदूत विनय कुमार और रूसी सुरक्षा परिषद के सचिव सर्गेई भी मौजूद थे।
इससे पहले गुरुवार को प्रधानमंत्री मोदी ने ब्राजील के राष्ट्रपति लूला से भी फोन पर बातचीत की। इसके बाद पीएम मोदी ने कहा कि ब्राजील की यात्रा यादगार और सार्थक रही। उन्होंने कहा कि दोनों देश व्यापार, ऊर्जा, तकनीक, रक्षा और स्वास्थ्य जैसे क्षेत्रों में अपनी रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। प्रधानमंत्री ने वैश्विक दक्षिण के देशों के बीच मजबूत और जन-केंद्रित साझेदारी को सभी के लिए लाभकारी बताया।