टीम इंडिया के दो दिग्गज बल्लेबाज विराट कोहली और रोहित शर्मा के संन्यास को लेकर चल रही अटकलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। दोनों ने पिछले एक साल के भीतर टी20 इंटरनेशनल और टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लिया है। फिलहाल वे केवल वनडे क्रिकेट में सक्रिय हैं, लेकिन उनकी वनडे टीम से भी विदाई की चर्चा जोरों पर है। एक रिपोर्ट के अनुसार, ऑस्ट्रेलिया दौरे की वनडे सीरीज के बाद दोनों खिलाड़ी अपने अंतरराष्ट्रीय करियर को खत्म कर सकते हैं। हालांकि, भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) इस मामले को अभी अधिक गंभीरता से नहीं ले रहा और जल्दबाजी करने की बजाय स्थिति को स्थिर बनाए रखना चाहता है।
विराट और रोहित ने 2024 में टी20 विश्व कप जीत के बाद टी20 फॉर्मेट से संन्यास लिया था। इसके बाद मई में दोनों ने अचानक टेस्ट क्रिकेट से भी संन्यास की घोषणा कर सबको चौंका दिया। यह माना जा रहा है कि उन्होंने 2027 के वर्ल्ड कप तक खेलना जारी रखने की उम्मीद के साथ यह फैसला लिया था। लेकिन हाल ही में आई एक रिपोर्ट में कहा गया कि वनडे विश्व कप के लिए उनकी टीम में जगह नहीं हो सकती और ऑस्ट्रेलिया दौरे के बाद उनका करियर समाप्त हो सकता है।
फिर भी, BCCI की ओर से इस रिपोर्ट को सही नहीं माना जा रहा। पीटीआई की एक रिपोर्ट में BCCI सूत्रों का कहना है कि बोर्ड का ध्यान इस समय एशिया कप टी20 पर केंद्रित है। यदि विराट और रोहित वनडे से संन्यास लेना चाहेंगे तो वे टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की तरह पहले ही बोर्ड को इसकी जानकारी दे देंगे। दोनों ने इंग्लैंड दौरे से पहले टेस्ट टीम चयन से पहले BCCI अधिकारियों को अपने टेस्ट संन्यास की बात भी बताई थी। इसलिए BCCI को इस बात की चिंता नहीं है कि वे अचानक वनडे से बाहर कर दिए जाएंगे।
बोर्ड का फोकस 9 सितंबर से शुरू होने वाले एशिया कप 2025 पर है, जो 28 सितंबर तक चलेगा और आगामी टी20 विश्व कप की तैयारी में मदद करेगा। फिलहाल BCCI विराट और रोहित को टीम से बाहर करने या उनकी विदाई की योजना बनाने में जल्दबाजी नहीं कर रहा। यह भी बताया गया है कि 25 अक्टूबर को सिडनी में दोनों खिलाड़ियों को विदाई समारोह देने को लेकर कोई योजना नहीं बनी है।
इसके अलावा, कहा गया है कि दोनों खिलाड़ियों को घरेलू वनडे टूर्नामेंट विजय हजारे ट्रॉफी खेलने के लिए कहा जा सकता है, लेकिन इससे पहले ही भारत कई वनडे मैच खेल चुका होगा और जनवरी में न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन वनडे मैच होने हैं, इसलिए इस बात की संभावना कम है कि उन्हें इस टूर्नामेंट में खेलना पड़े। कुल मिलाकर, BCCI फिलहाल दोनों खिलाड़ियों के संन्यास को लेकर कोई जल्दबाजी नहीं कर रहा और उन्हें टीम में बनाए रखने पर ध्यान केंद्रित है।