बिहार विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। सभी दल अपने समर्थन आधार को मजबूत करने में जुटे हैं। इसी बीच आरजेडी विधायक मुन्ना यादव एक बार फिर अपने तीखे बयानों के कारण सुर्खियों में हैं।
मुजफ्फरपुर के मीनापुर विधानसभा क्षेत्र में आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि यदि महागठबंधन की सरकार बनती है तो अफसरशाही को “पैरों तले कुचल” दिया जाएगा। उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों पर जनप्रतिनिधियों की बात न सुनने और भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने का आरोप लगाया।
कुशवाहा सम्मान समारोह में दिया बयान
मीनापुर में आयोजित कुशवाहा सम्मान समारोह में विधायक ने कहा कि बिहार में एक ओर अपराधी लूटपाट कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर प्रशासन भी जनता को लूट रहा है। उनके अनुसार, सत्ता का भय खत्म हो चुका है और प्रशासनिक व्यवस्था में व्याप्त “दलाली प्रथा” को जड़ से समाप्त किया जाएगा।
पहले भी रहे बयानबाजी के कारण चर्चा में
इससे पहले भी मुन्ना यादव का एक बयान विवादों में रहा था। सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में उन्होंने सवर्ण समुदाय को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी और कहा था कि बिहार की सत्ता पर बहुजन समाज का ही वर्चस्व रहेगा। उन्होंने भूमिहार, राजपूत, ब्राह्मण और लाला समुदाय का नाम लेते हुए कहा था कि अब “मिश्रा, सिंह, झा और शर्मा” का कोई गुजारा नहीं होगा।
वीडियो पर दी सफाई
विवाद बढ़ने पर विधायक ने सफाई देते हुए कहा कि उनका वीडियो तोड़-मरोड़कर पेश किया गया है और उनका उद्देश्य किसी जाति विशेष को आहत करना नहीं था। उन्होंने यह भी कहा कि जो चाहें, वे बिहार में चुनाव मैदान में उतर सकते हैं।