पांच दिन की लगातार तेजी के बाद राजधानी दिल्ली में सोने की कीमतों में 900 रुपए की गिरावट आई है। वहीं, चांदी के दाम में भी 1,000 रुपए की कमी दर्ज की गई है। विशेषज्ञों के अनुसार, जियोपॉलिटिकल तनाव कम होने और निवेशकों की बिकवाली के कारण कीमती धातुओं के दाम नीचे आए हैं। अलास्का में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की बैठक से भी कीमतों पर असर पड़ सकता है। अगर वार्ता सफल रही तो यूक्रेन-रूस युद्ध में शांति की उम्मीद बढ़ेगी और सोने के दाम गिरेंगे, अन्यथा कीमतें फिर बढ़ सकती हैं।
सोने की कीमतों में गिरावट
दिल्ली में 99.9% शुद्धता वाला सोना सोमवार को 900 रुपए की गिरावट के बाद 1,02,520 रुपए प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ। शुक्रवार को यह 1,03,420 रुपए प्रति 10 ग्राम तक पहुंच चुका था। 99.5% प्योरिटी वाला सोना भी 900 रुपए घटकर 1,02,100 रुपए प्रति 10 ग्राम पर आ गया। पिछले पांच दिनों में सोने की कीमतों में कुल मिलाकर 5,800 रुपए की बढ़ोतरी हुई थी।
चांदी की कीमतों में भी कमी
चांदी के दाम भी 1,000 रुपए घटकर 1,14,000 रुपए प्रति किलोग्राम पर आ गए हैं। शुक्रवार को चांदी की कीमत 1,15,000 रुपए प्रति किलोग्राम थी। पिछले पांच दिनों में चांदी के दामों में 5,500 रुपए की बढ़ोतरी दर्ज की गई थी।
वैश्विक बाजार का हाल
न्यूयॉर्क में हाजिर सोना 1.19 प्रतिशत गिरकर 3,358.17 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज पर अक्टूबर अनुबंध के लिए सोना वायदा 1.26 प्रतिशत घटकर 1,00,518 रुपए प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ। हाजिर चांदी भी 1.39 प्रतिशत गिरकर 37.81 डॉलर प्रति औंस रह गई।
क्यों आई कीमतों में गिरावट?
विश्लेषकों के मुताबिक, बाजार में भू-राजनीतिक तनाव में कमी और ट्रंप-पुतिन की आगामी बैठक से उम्मीदें बढ़ी हैं। इसके अलावा, व्हाइट हाउस द्वारा सोने की छड़ों पर लगाए गए 39 प्रतिशत शुल्क से जुड़े स्पष्टीकरण ने भी कीमतों पर दबाव डाला है।
आगे क्या हो सकता है?
कोटक सिक्योरिटीज के विशेषज्ञ कायनात चैनवाला का कहना है कि सोने में 1 प्रतिशत से ज्यादा गिरावट से पिछले सप्ताह की तेजी पर विराम लगा है। वहीं, एंजेल वन के प्रथमेश माल्या ने बताया कि अगर वैश्विक टैरिफ और तनाव बढ़े तो सोने की कीमतें 3,800 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच सकती हैं, जबकि एमसीएक्स वायदा तीन महीने में 1,10,000 रुपए प्रति 10 ग्राम तक जा सकता है।