अतरौली कस्बे में डायरिया का प्रकोप बढ़ता जा रहा है और हालात गंभीर बने हुए हैं। अब तक एक बालक और एक महिला की मौत हो चुकी है, जबकि 40 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या 100 से अधिक हो गई है। नगर पालिका और स्वास्थ्य विभाग की टीम तीन दिनों से डायरिया के कारणों की खोज में लगी है, लेकिन अभी तक कोई ठोस वजह पता नहीं चल पाई है। इस स्थिति पर राज्यमंत्री संदीप सिंह और मंडलायुक्त ने भी गंभीरता से ध्यान दिया है।
डायरिया से मृतकों में 1.5 साल के बालक पुष्पेंद्र, जो सत्यपाल भानपाड़ा के पुत्र थे, और 40 वर्षीय संगीता शामिल हैं, जिनका मोहल्ला नगाइचपाड़ा में निवास था। 10 अगस्त की रात उनकी मौत हुई। संगीता के पति जयनारायण ने बताया कि उनकी पत्नी को अचानक उल्टी-दस्त की शिकायत हुई थी और अस्पताल ले जाते वक्त रास्ते में ही उनकी मृत्यु हो गई। पुष्पेंद्र के पिता सत्यपाल ने बताया कि वे उनका इकलौता पुत्र था, जिसे हाल ही में उनकी पत्नी ने जन्म दिया था, लेकिन बच्चे को भी उल्टी-दस्त की वजह से अस्पताल ले जाते समय दम तोड़ दिया।
11 अगस्त को डायरिया के 25 नए मरीज 100 शैय्या अस्पताल में भर्ती हुए। इसके अलावा 15 से 20 मरीज प्राइवेट अस्पतालों में इलाज करा रहे हैं, जिनमें से कई ठीक भी हो चुके हैं। तीन दिन में ही संक्रमितों की संख्या सौ से अधिक हो गई, जिससे स्वास्थ्य विभाग में भी चिंता बढ़ गई है। स्वास्थ्य टीम ने प्रभावित मोहल्लों में जाकर मरीजों का उपचार किया और उन्हें दवाएं तथा ओआरएस पैकेट वितरित किए।
अस्पताल में भर्ती मरीजों में छोटेलाल, अच्छन खान, प्रशांत (मोहल्ला चौधरियान), विशाल, ब्रजमोहन, उमेश, कौशल, अंजू, वसीम, मीना, दुष्यंत भानपाड़ा, अमायरा निचान, सुल्ताना, वैसपाडा, ओमप्रकाश मुखरियान, साबिर खान, इमरान सरायनूर, कनिक सरायवली, अवधेश खत्रीपाड़ा, प्रीति चौक गुरुदत्ता शामिल हैं। इनमें से कुछ की स्थिति गंभीर होने पर सलमा निचान, विक्रम और इमरान सरायनूर को अलीगढ़ के दीनदयाल अस्पताल रेफर किया गया है।
मोहल्ला भानपाड़ा की निवासी बीना देवी, जो दिल्ली में शादीशुदा हैं, रक्षाबंधन पर अपने मायके आई थीं, लेकिन उन्हें भी उल्टी-दस्त की शिकायत हुई और वे अस्पताल में भर्ती हैं।
नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी अमिता वरुण ने कर्मचारियों के साथ नगर का निरीक्षण किया। उन्होंने नलकूपों और वाटर हेड की पानी सप्लाई व्यवस्था का जायजा लिया तथा प्रभावित मोहल्लों में जाकर लोगों से जानकारी जुटाई। वहां से पानी के नमूने लेकर जांच के लिए अलीगढ़ भेजे गए हैं। साथ ही, उन्होंने सफाई व्यवस्था बेहतर बनाने के निर्देश दिए हैं।
राज्यमंत्री संदीप सिंह ने डायरिया के फैलने की खबर का संज्ञान लेते हुए अधिकारियों को बेहतर इलाज और जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि अस्पतालों में भर्ती मरीजों को उचित चिकित्सा मिले और घरों में भी स्वास्थ्य सेवाओं में कोई कमी न हो। मोहल्लों में स्वास्थ्य टीमों को निरंतर सक्रिय रहना चाहिए तथा जल आपूर्ति और सफाई व्यवस्था को बेहतर बनाना होगा।
कमिश्नर संगीता सिंह ने भी स्थिति की गंभीरता को समझते हुए डीएम, सीएमओ और एसडीएम को पत्र भेजा है, जिसमें प्रभावित इलाकों में स्वास्थ्य सेवाओं की मजबूती, सफाई व्यवस्था और शुद्ध पेयजल आपूर्ति को दुरुस्त करने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही, एंटी लार्वा छिड़काव जैसी आवश्यक कार्रवाई भी सुनिश्चित करने को कहा गया है।
डॉक्टर अवनेंद्र यादव, सीएचसी प्रभारी ने बताया कि बालक की मौत डायरिया से हुई है, जबकि महिला पहले से बीमार थी। अस्पताल में भर्ती मरीजों को बेहतर इलाज दिया जा रहा है और टीम मोहल्लों में जाकर मरीजों को ओआरएस पैकेट बांट रही है। पानी की जांच में अब तक कोई गड़बड़ी नहीं मिली है, लेकिन सतर्कता बरतते हुए नमूने जांच के लिए भेजे गए हैं। अमिता वरुण ने बताया कि जल निगम और स्वास्थ्य विभाग की टीम मल और पानी के नमूने ले चुकी है। जांच रिपोर्ट आने के बाद डायरिया के कारणों का पता चल जाएगा। स्वास्थ्य विभाग की टीम 24 घंटे निगरानी में लगी हुई है। — नीरज त्यागी, सीएमओ अलीगढ़