79वें स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का रिकॉर्ड तोड़ दिया। अब पीएम मोदी इस मामले में केवल भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू से पीछे हैं। पंडित नेहरू ने स्वतंत्रता दिवस पर लगातार 17 बार भाषण दिया था।
पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने स्वतंत्रता दिवस पर कुल 16 भाषण दिए, जिनमें 11 भाषण लगातार थे। इंदिरा गांधी जनवरी 1966 से मार्च 1977 और अपने दूसरे कार्यकाल में जनवरी 1980 से अक्टूबर 1984 तक प्रधानमंत्री रहीं। 1984 में उनकी हत्या हो गई थी। हाल ही में पीएम मोदी ने लगातार प्रधानमंत्री रहने के मामले में भी इंदिरा गांधी को पीछे छोड़ा था।
पीएम मोदी के भाषण में प्रमुख मुद्दे
पीएम मोदी ने लाल किले से अपने भाषण में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के शताब्दी वर्ष, ऑपरेशन सिंदूर, वैज्ञानिक प्रतिभा, खेल, आत्मनिर्भर भारत और नक्सलवाद जैसे मुद्दों पर चर्चा की। 2023 में उनका स्वतंत्रता दिवस भाषण 98 मिनट तक चला था, जिसमें उन्होंने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का रिकॉर्ड भी तोड़ा था।
आम तौर पर पीएम मोदी अपने भाषणों में विकास योजनाओं, नीतिगत घोषणाओं और सामाजिक मुद्दों को उजागर करते हैं। 2024 के भाषण में उन्होंने समान नागरिक संहिता का समर्थन किया और एक साथ चुनाव (One Nation One Election) कराने की वकालत की थी।
संवेदनाएं और उपलब्धियां
इस वर्ष अपने भाषण की शुरुआत में पीएम मोदी ने उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में प्राकृतिक आपदाओं का सामना कर रहे लोगों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त कीं। उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ कठोर नीति, आत्मनिर्भर भारत, तकनीक और ऊर्जा क्षेत्र में देश की उपलब्धियों के अलावा विकसित भारत के मिशन का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि 2030 तक हासिल किए जाने वाले लक्ष्य को देश ने पांच साल पहले ही पूरा कर लिया है।
सैनिकों और बलिदानी सपूतों को नमन
लाल किले से भाषण से पहले पीएम मोदी ने राष्ट्रीय समर स्मारक जाकर बलिदानी सपूतों और पराक्रमी सैनिकों को श्रद्धांजलि दी। भाषण में उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर का उल्लेख किया और पाकिस्तानी आतंकी ठिकानों को नष्ट करने वाले भारतीय जवानों के पराक्रम का जिक्र कर पूरी दुनिया को संदेश दिया। साथ ही आतंकवाद के खिलाफ देश की जीरो टॉलरेंस नीति को भी रेखांकित किया।