झुंझुनू जिले के सिहोड निवासी हवलदार राजेंद्र सिंह चौहान (39) का अंतिम संस्कार पूरे सैन्य सम्मान के साथ किया गया। शनिवार शाम जैसे ही उनकी पार्थिव देह गांव पहुंची, वातावरण शोकाकुल हो उठा। पत्नी ज्योति कंवर, पुत्री साक्षी (15), पुत्र दक्ष (14) और छोटे भाई पृथ्वी सिंह का रो-रोकर बुरा हाल था।
हवलदार राजेंद्र सिंह 65 आर्मर्ड कोर में सिक्किम के न्यू जलपाईगुड़ी में तैनात थे। इसी माह 3 अगस्त को वे 27 दिन की छुट्टी पर घर आए थे। जयपुर में अचानक हृदयाघात होने के बाद उन्हें मिलिट्री अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां शुक्रवार दोपहर उनका निधन हो गया।
पुत्र ने दी मुखाग्नि, गार्ड ऑफ ऑनर से गूंजी गगनभेदी सलामी
अंतिम संस्कार में पुत्र दक्ष ने अपने पिता की चिता को अग्नि दी। इस दौरान 17 राज राइफल्स की टुकड़ी ने गार्ड ऑफ ऑनर प्रस्तुत किया। यूनिट से पहुंचे अधिकारियों ने पुत्र दक्ष को तिरंगा सौंपा। जब दक्ष ने भारत माता की जय का नारा लगाकर तिरंगे को माथे से लगाया, तो वहां मौजूद हर आंख नम हो गई।
अंतिम संस्कार में भाजपा महिला मोर्चा जिला महामंत्री पूनम धर्मपाल गुर्जर, समाजसेवी व विधायक प्रत्याशी मनोज कुमार घुमरिया, जिला सैनिक कल्याण अधिकारी कर्नल सुरेश जांगिड़, करणी सेना जिला अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह फौजी, सरपंच मुकेश कुमार समेत अनेक पूर्व सैनिक, जनप्रतिनिधि और सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित रहे। सभी ने श्रद्धासुमन अर्पित किए।
ढाणी नोपाला से सिहोड गढ़ तक युवाओं ने गाजे-बाजे और दोपहिया रैली के साथ तिरंगा यात्रा निकालकर वीर हवलदार राजेंद्र सिंह चौहान को अंतिम विदाई दी। पूरा गांव शोक और गर्व से सराबोर नजर आया।