भूनी टोल प्लाजा पर सेना के जवान कपिल (निवासी गांव गोटका) से मारपीट के बाद मामला तूल पकड़ गया। सोमवार को गोटका गांव के सैकड़ों ग्रामीण टोल पर इकट्ठा हुए और नारेबाजी करते हुए जमकर हंगामा किया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने टोल प्लाजा पर तोड़फोड़ की, बैरिकेड्स और खिड़कियां तोड़ डालीं। टोल स्टाफ में अफरा-तफरी मच गई और कई कर्मचारी मौके से भाग निकले।
ग्रामीणों का आरोप है कि देश की सुरक्षा में तैनात जवान के साथ अपमानजनक व्यवहार किया गया, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। वे टोल वसूली एजेंसी को तुरंत बर्खास्त करने और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि जवान की सुरक्षा नहीं हो सकती, तो आम नागरिकों की सुरक्षा की उम्मीद भी बेकार है।
गुस्साए ग्रामीणों ने टोल को फ्री कर दिया और किसी वाहन से शुल्क नहीं वसूला जाने दिया। उनका कहना है कि जब तक जिम्मेदार कर्मचारियों को हटाकर कार्रवाई नहीं की जाती, तब तक धरना-प्रदर्शन जारी रहेगा। ग्रामीणों ने प्रशासन को चेतावनी दी कि उनकी मांगें पूरी न होने पर आंदोलन और उग्र होगा, जिसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।
सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और कई लोगों को हिरासत में लिया, लेकिन प्रदर्शन शांत नहीं हुआ। फिलहाल पुलिस-प्रशासन हालात पर लगातार नजर रखे हुए है और बातचीत से समाधान निकालने की कोशिश कर रहा है।
क्या है पूरा मामला
गांव गोटका निवासी कपिल सेना में तैनात हैं और श्रीनगर में ड्यूटी पर लौटने के लिए रविवार रात अपने भाई शिवम के साथ कार से एयरपोर्ट जा रहे थे। भूनी टोल पर पहुंचने पर कपिल ने आईडी कार्ड दिखाकर छूट की बात कही, लेकिन टोल कर्मचारियों ने न केवल उसका पहचान पत्र और मोबाइल छीन लिया बल्कि विरोध करने पर कपिल व शिवम के साथ मारपीट भी कर दी। इसी घटना से ग्रामीणों में गुस्सा भड़क उठा और सोमवार को टोल पर बवाल हो गया।