भारत-अमेरिका के बीच टैरिफ को लेकर बढ़ते तनाव के बीच रूस ने एक बार फिर दोस्ती का हाथ बढ़ाया है। भारत और रूसी नेतृत्व वाले यूरेशियन आर्थिक संघ (EAEU) के बीच मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) पर बातचीत शुरू हो गई है। बुधवार को दोनों पक्षों ने टर्म्स ऑफ रेफरेंस पर हस्ताक्षर करते हुए वार्ता की औपचारिक शुरुआत की। यह समझौता विदेश मंत्री एस. जयशंकर की मास्को यात्रा के दौरान भारत के वाणिज्य विभाग के अतिरिक्त सचिव अजय भाडू और ईएईयू की व्यापार नीति विभाग के उप निदेशक मिखाइल चेरेकैव के बीच हुआ।
इस मौके पर दोनों पक्षों ने बातचीत की रूपरेखा और आगे की संगठनात्मक व्यवस्थाओं पर चर्चा की। ईएईयू के व्यापार प्रभारी मंत्री आंद्रेई स्लेपनेव से मुलाकात में भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने भरोसा जताया कि यह समझौता भारत और यूरेशियन देशों के बीच आर्थिक सहयोग को नए स्तर तक ले जाएगा।
यूरेशियन आर्थिक संघ के सदस्य
यूरेशियन इकोनॉमिक यूनियन (EAEU) पूर्व सोवियत संघ के पांच देशों का आर्थिक समूह है, जिसमें रूस, आर्मेनिया, बेलारूस, कजाकिस्तान और किर्गिस्तान शामिल हैं। इस संगठन के साथ एफटीए पर बातचीत का महत्व इसलिए और बढ़ जाता है क्योंकि अमेरिका से टैरिफ विवाद के बीच भारत अपने निर्यात बाज़ारों का विस्तार करने और नए अवसर तलाशने में जुटा है।
भारत-ईएईयू व्यापार स्थिति
वर्ष 2024 में भारत और ईएईयू के बीच 69 अरब डॉलर का व्यापार हुआ, जो 2023 की तुलना में 7% अधिक है। लगभग 6.5 ट्रिलियन डॉलर जीडीपी वाले इस समूह के साथ एफटीए से भारत को नए बाजारों में पैठ बनाने, निर्यात बढ़ाने, एमएसएमई को मजबूती देने और निवेश आकर्षित करने की संभावनाएं बढ़ेंगी।