बीजापुर जिले में समग्र शिक्षा अभियान के तहत संचालित पोर्टाकेबिनों को लेकर जिला प्रशासन ने बड़ा निर्णय लिया है। कलेक्टर द्वारा जारी आदेश में भैरमगढ़ ब्लॉक के तीन और उसूर ब्लॉक के एक अधीक्षक को उनके मूल संस्थानों में वापस भेजने के निर्देश दिए गए हैं। इस फैसले के बाद पोर्टाकेबिनों की कार्यप्रणाली में सुधार की उम्मीद जताई जा रही है।
जिन चार अधीक्षकों को हटाया गया है, उन्हें तुरंत प्रभाव से अपने मूल पदस्थानों पर रिपोर्ट करने को कहा गया है। नई नियुक्तियों के अनुसार, सरस्वती पूनेम को उसूर पोर्टाकेबिन की जिम्मेदारी दी गई है, जबकि महेश ध्रुव को मिरतूर, थानेश्वर तोगर को सोमनपल्ली और आदित्य ठाकुर को भटवाड़ा पोर्टाकेबिन का अधीक्षक बनाया गया है।
जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि सभी अधिकारी तत्काल नए पदों पर कार्यभार ग्रहण करें, ताकि शिक्षा व्यवस्था प्रभावित न हो। प्रशासन का कहना है कि पोर्टाकेबिनों में गुणवत्ता और अनुशासन बनाए रखने के लिए समय-समय पर निरीक्षण और फेरबदल की कार्रवाई की जाती रही है, और हालिया निर्णय भी उसी प्रक्रिया का हिस्सा है।
इस कदम को लेकर शिक्षा विभाग और स्थानीय स्तर पर चर्चा तेज है। कुछ लोगों ने इसे शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए आवश्यक कदम बताया, वहीं अचानक हुए तबादलों को लेकर कुछ असमंजस की स्थिति भी सामने आई है।