रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा रविवार को किश्तवाड़ जिले के चिशोती गांव का दौरा करेंगे, जो बादल फटने की घटना से प्रभावित हुआ था। उनका उद्देश्य गांव में चल रहे राहत और तलाशी अभियान की समीक्षा करना और प्रभावित लोगों से बातचीत करना है।
14 अगस्त को मचैल माता मंदिर के रास्ते में पड़ने वाले अंतिम मोटर योग्य गांव चिशोती में बादल फटने से अब तक 68 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के तीन जवान और जम्मू-कश्मीर पुलिस का एक विशेष अधिकारी भी शामिल है। इस हादसे में 100 से अधिक लोग घायल हुए थे और अभी भी 32 लोग लापता हैं।
अधिकारियों ने बताया कि राजनाथ सिंह और मनोज सिन्हा नौ दिनों से चल रहे विभिन्न एजेंसियों के तलाशी और राहत कार्यों की समीक्षा करेंगे। इससे पहले कई उच्च पदस्थ नेता भी चिशोती गांव का दौरा कर चुके हैं।
16 अगस्त को जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने गांव का दौरा किया और मृतकों के परिवारों के लिए मुख्यमंत्री राहत कोष से अनुग्रह राशि की घोषणा की। उसी दिन केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने भी राहत और बचाव कार्यों का निरीक्षण किया।
वहीं, भाजपा के वरिष्ठ नेता सुनील शर्मा 14 अगस्त से ही गांव में कैंप लगाकर राहत कार्यों में मदद कर रहे हैं। किश्तवाड़ के उपायुक्त पंकज शर्मा ने बताया कि लापता 32 लोगों की तलाश जारी है।