वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि भारत इस समय यूरोपीय संघ (EU), अमेरिका, पेरू और चिली सहित कई देशों के साथ मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) को लेकर सक्रिय बातचीत कर रहा है। उन्होंने कहा कि आज पूरी दुनिया भारत को एक भरोसेमंद साझेदार के रूप में देख रही है और विकसित राष्ट्र हमारे साथ दीर्घकालिक व्यापारिक रिश्ते बनाने के इच्छुक हैं।
“सुबह ऑस्ट्रेलिया, शाम को अमेरिका से चर्चा”
गोयल ने बताया कि मंत्रालय लगातार इन समझौतों पर काम कर रहा है। उन्होंने कहा, “सुबह ऑस्ट्रेलिया और जापान से बातचीत होती है, दिन में यूरोप के साथ चर्चा होती है और शाम को अमेरिका से संवाद शुरू हो जाता है। इसी तरह पेरू और चिली से भी निरंतर संपर्क बना हुआ है।”
भारत-अमेरिका व्यापार वार्ता का महत्व
भारत और अमेरिका मार्च से द्विपक्षीय व्यापार समझौते (BTA) पर वार्ता कर रहे हैं। अब तक पांच दौर पूरे हो चुके हैं, हालांकि अमेरिका ने भारत में प्रस्तावित छठे दौर को स्थगित कर दिया है। यह समझौता इसलिए अहम है क्योंकि अमेरिका 27 अगस्त से भारतीय निर्यात पर शुल्क को 25% से बढ़ाकर 50% करने की तैयारी में है, जिससे हमारे निर्यातकों पर सीधा असर पड़ सकता है।
यूरोप और लैटिन अमेरिका में नए अवसर
यूरोपीय संघ के साथ चल रही एफटीए वार्ता सफल होती है तो भारतीय सामान को यूरोप के बड़े बाजारों में ज्यादा पहुंच मिलेगी। इसी तरह पेरू और चिली जैसे लैटिन अमेरिकी देशों के साथ समझौते भारत को नए व्यापारिक अवसर उपलब्ध कराएंगे।
दिल्ली सम्मेलन में पेश किया दृष्टिकोण
दिल्ली में आयोजित उद्यमी एवं कारोबारी नेतृत्व शिखर सम्मेलन में गोयल ने कहा कि भारत आज वैश्विक स्तर पर एक मजबूत और स्थायी कारोबारी साझेदार के रूप में उभर रहा है। उनके अनुसार, इन समझौतों से भारतीय किसानों, व्यापारियों और उद्योगों को अंतरराष्ट्रीय बाजार में नई ताकत मिलेगी।
ऑस्ट्रेलिया के साथ गहराते रिश्ते
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच मुक्त व्यापार समझौते (FTA) पर 11वें दौर की वार्ता 18 से 23 अगस्त तक नई दिल्ली में हुई। दिसंबर 2022 में लागू हुए अंतरिम समझौते को अब व्यापक आर्थिक सहयोग समझौता (CECA) के रूप में विस्तारित करने की कोशिश की जा रही है। दोनों देशों ने इस दौर में द्विपक्षीय व्यापार और आर्थिक सहयोग को और मजबूत करने पर सहमति जताई।