लखनऊ। समाजवादी पार्टी ने अगले साल होने वाले पंचायत चुनावों को 2027 विधानसभा चुनाव का सेमीफाइनल मानते हुए तैयारियां तेज कर दी हैं। सपा अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शनिवार को लखनऊ में विभिन्न छोटे संगठनों के 65 से अधिक प्रतिनिधियों से मुलाकात की।
बैठक में सभी नेताओं ने एकमत होकर 2027 में उत्तर प्रदेश में पीडीए फार्मूले पर आधारित समाजवादी पार्टी की सरकार बनाने के लिए बिना शर्त समर्थन देने की घोषणा की।
अखिलेश का भाजपा पर हमला
इस दौरान अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा ने संस्थाओं और संसाधनों पर कब्जा कर लिया है। इस सरकार में लोगों को न्याय नहीं मिल रहा और जनता के अधिकार छीने जा रहे हैं। उन्होंने आश्वासन दिया कि सपा सरकार बनने पर सभी वर्गों की भागीदारी होगी, न्याय और सम्मान मिलेगा और रुके हुए विकास कार्य फिर से शुरू किए जाएंगे।
कई संगठनों ने जताया समर्थन
सपा प्रवक्ता राजकुमार भाटी और अपनी जिंदगी-अपना दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष सरजीत सिंह खंडसाल के नेतृत्व में आए नेताओं ने पार्टी को समर्थन दिया। इनमें गाजियाबाद से सतीश (उपाध्यक्ष, अपनी जिंदगी अपना दल), कानपुर से राम आसरे पाल (प्रदेश अध्यक्ष, राष्ट्र उदय पार्टी), केवट रामधनी बिंद (भारतीय मानव समाज पार्टी), देवशरण यादव (पिछड़ा-दलित विकास महासंघ), जीपी जायसवाल (गांधीयन पीपुल्स पार्टी, लखनऊ) समेत अन्य प्रतिनिधि शामिल रहे।
सपा मुख्यालय पर सांस्कृतिक कार्यक्रम
इसी दिन प्रदेश सपा मुख्यालय पर सूफी संत हजरत हाजी वारिस अली शाह की याद में रंग-ए-वारिस सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम सूफी सेवा फाउंडेशन के संस्थापक चेयरमैन सैयद हिलाल मुजीवी रज्जाकी के नेतृत्व में हुआ। मुख्य अतिथि अखिलेश यादव ने कहा कि हाजी वारिस अली शाह का संदेश मजहबी एकता, इंसानियत और मोहब्बत का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि उनकी गंगा-जमुनी तहजीब आज भी समाज को नई दिशा देती है।